टीएनपी डेस्क (Tnp desk):- जेएसएसपी सीजीएल पीरक्षा पेपर लीक के आरोप के चलते रोजगार की आस लगाए कई लोगों के अरमानों पर पानी फिर गया. एक उम्मीद फिर इंतजार में बदल गयी, नौकरी की आस में रात-रात भर जो तैयारियां छात्र कर रहे थे. अब उनकी मेहनत का कोई फल नहीं निकला. इम्तहान से पहले ही पेपर आउट होने से सड़कों पर गुस्सा और बवाल भी देखने को मिला.
2015 से इंतजार ही इंतजार
परीक्षा रद्द होने से सारी ख्वाहिशों ने दम तोड़ दी. आज भी छात्र दर्द और पीड़ा से गुजर रहे हैं. लेकिन, आपको मालूम होना चाहिए कि 2008 में झारखंड कर्मचारी चयन का आयोग का गठन थर्ड और फोर्थ ग्रेड की नियुक्तियों के लिए की गयी थी. लेकिन, लगभग 16 साल गुजर जाने के बाद भी आयोग सुचारु रुप से काम नहीं चला सका. आयोग नियुक्ति परीक्षा की प्रकिया पूरी करने में नाकाम दिखाई पड़ा है. जेएसएससी सीजीएल परीक्षा के पेपर लीक होने से एकबार फिर सवाल खड़ा हो गया और आयोग पर सवाल उठ रहे हैं.
मालूम हो कि जिस इम्तहान के पेपर आउट होने के आरोप लगे, इस सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा लगभ10 सालों से आयोजित हो रही है. लेकिन, बदिकिस्मती देखिए आज तक पूरी नहीं हुई, बल्कि इंतजार का दशक ही पार कर गया. आश्चर्य होगा कि नियुक्ति प्रक्रिया 2015 में शुरू की गयी थी. इस दौरान 2019, 2021 और 2023 में इसी एग्जाम के लिए आवेदन मांगे गये. लेकिन, हर बार अलग-अलग वजहों के चलते परीक्षा रद्द कर दी गयी. इस दौरान रिक्त पदों की संख्या 114 से बढ़ कर 2025 तक हो गयी. लेकिन, दुर्भाग्य देखिए परीक्षा की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी. पिछली प्रक्रिया 2023 में शुरू की गयी , जिसकी एक परीक्षा 28 जनवरी को हुई, लेकिन पेपर लीक होने के आरोप के तुरंत बाद रद्द कर दी गयी. बाद में उस दिन की सारी परीक्षाएं भी रद्द कर दी गयी और चार फरवरी को होनेवाली परीक्षा को भी स्थगित कर दिया गया.
आप इसे सिलसिलेवार ढंग से भी समझ सकते हैं.
जेएसएससी -सीजीएल परीक्षा
कुल पद- 2025
आवेदन जमा होने की प्रक्रिया साल 2015 में शुरु हुई
इस दौरान प्रक्रिया रद्द कर दी गई
आवेदन जमा करने की प्रक्रिया फिर साल 2019 में शुरु हुई
इस दौरान प्रक्रिया बीच में ही स्थगित कर दी गई
आवेदन जमा करने की प्रक्रिया एकबार फिर 2021 में शुरु हुई
कोर्ट के आदेश के बाद परीक्षा प्रक्रिया निरस्त कर दी गई
आवेदन जमा करने की प्रक्रिया 2023 में शुरु हुई
प्रश्न पत्र आउट होने के चलते परीक्षा फिर रद्द हो गई
एक परीक्षा अगर लेने में झारखंड कर्मचारी चयन आयोग को इतनी दिक्कते सामने आ रही है, तो लाजमी है कि बड़ा सवाल उठेगा और आयोग की फजीहत भी होगी. प्रश्न यहां ये है कि उन छात्रों का क्या होगा, जो इम्तहान की तैयारी के लिए दिन- रात एक किए रहते हैं. लेकिन, एन वक्त पर कुछ न कुछ वजहों से परीक्षा ही स्धगित हो जाती है. उनके सपनों का तो अचानक अंत हो जाता है. इस बार तो पेपर आउट होने के चलते हद ही हो गयी. लाजमी है कि कई सवाल खड़े हो रहे हैं, जिसका जवाब जानने की बेकरारी छात्रों को है. इन उपजे तमाम सवालो के साथ अब देखना यही है कि आयोग कब इस परीक्षा को लेता है, क्योंकि इंतजार की तो अब हद ही पार हो गयी है.