रामगढ़(RAMGARH): देशभर में अभी जोशीमठ का मुद्दा छाया हुआ है. जोशीमठ के कई घरों में दरारें आ गई हैं, जिसके बाद लोगों को वहां से निकाला जा रहा है. झारखंड के रामगढ़ जिले में भी ऐसा ही एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसके बाद लोग सदमे में आ गए.
रामगढ़ के वेस्ट बोकारो की घटना
दरअसल, रामगढ़ के वेस्ट बोकारो में अचानक जमीन फटने से तीन घरों की दीवारों और फर्शों पर दो-दो फीट की दरार पड़ गई, जिसके बाद लोग दहशत में आ गए हैं. लोगों को इस घटना से उत्तराखंड के जोशीमठ की याद आ गई. बता दें कि यह पूरा इलाका कोल खनन एरिया से करीब पौने किलोमीटर दूर है. घटना के बारे में बताया जा रहा है कि बुधवार को रात करीब 2:30 बजे अचानक से जोरदार आवाज से जमीन फटने की आवाज आई. जिससे लोग दहशत में आ गए. स्थानीय लोग बताते हैं कि अचानक जोरदार आवाज के साथ जमीन फटने लगी और दीवारों में मोटी-मोटी दरारे आ गई. जमीन फटने की आवाज से गहरी नींद में सोए परिवार घबरा गए और घर छोड़कर भागने लगे.
दो दशक पहले ही निकाला जा चुका है भूमिगत कोयला
बता दे कि वेस्ट बोकारो डिवीजन में वर्तमान समय में जो अस्थाई शहर बसा है उसके नीचे दो दशक पहले ही भूमिगत खदान से कोयला निकाला जा चुका है. विशेषज्ञों की मानें तो जहां कहीं भी भूमिगत खदान चलता है वहां जमीन धंसती ही है. यह घटना भी उसी ओर इशारा कर रहा है. कंपनी ने सुरक्षा का ख्याल रखते हुए पहले ही वहां रह रहे लोगों को जगह खाली करने का नोटिस दे दिया है और उसके बदले में मुआवजा भी दिया जा रहा है.