रांची(RANCHI): झारखंड चुनाव की घोषणा के बाद अब नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने वाली है. सभी दावेदार क्षेत्र में पूरी तरह से तैयार बैठे है. सभी तैयारी पूरी है बस इंतजार सीट बंटवारे का है. इंडिया गठबंधन में अभी तक सीट बंटवारे पर सहमति नहीं बनी है. कई राउन्ड की बैठक हुई. लेकिन इसका परिणाम कुछ नहीं निकला है. सूत्रों की मानें तो इस बार के चुनाव में कांग्रेस को झामुमो उनके मन मुताबिक सीट देने को तैयार नहीं है. पिछले चुनाव के परिणाम को देख कर इस बार पांच से सात सीट कम देने की चर्चा है.
पिछले चुनाव के परिणाम को देख झामुमो दे रही कम सीट
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस को अधिकतम 25 सीट ही देने की बात झामुमो की ओर से कही गई है. जबकि कांग्रेस पिछले चुनाव के मुकाबले अधिक सीट मांगने पर अड़ी हुई है. कई ऐसी भी सीट है जहां से कांग्रेस अपने उम्मीदवार को उतारने की तैयारी में है. लेकिन अभी तक सीट को लेकर झामुमो से सहमति नहीं बन सकी है. ऐसे में कांग्रेस के नेता भी टेंशन में है. आखिर करें तो करें क्या गठबंधन भी करना है और सीट भी मिल रही है. झामुमो की ओर सीट कम देने के पीछे पिछले चुनाव के परिणाम को दिखाया जा रहा है.
31 पर चुनाव लड़ा और जीत में 16 में
पिछले चुनाव में कांग्रेस 31 सीट पर चुनाव लड़ी थी. लेकिन इसमें 16 पर ही जीत हासिल करने में सफल हुई. यह ऐसा मौका था जब झारखंड में हेमंत सोरेन और झामुमो की लहर चल रही थी. लेकिन कांग्रेस जनता के बीच जगह बनाने में कामयाब नहीं हुई. इसे देखते हुए कांग्रेस को झारखंड मुक्ति मोर्चा कम सीट देने पर अड़ी हुई है. जिस सीट पर कांग्रेस बेहतर नहीं कर सकी थी वहां की सीट देने से इनकार कर दिया है.
अब राहुल गांधी निकाल सकते है सीट बटवारे का फार्मूला
ऐसे में अब सीट बंटवारे को लेकर केन्द्रीय नेताओं से भी झामुमो की बात हुई है. अब फिर से शनिवार को राहुल गांधी रांची आने वाले है तो इस दौरान पार्टी के कार्यक्रम में भाग लेने के बाद हेमंत सोरेन से मुलाकात कर सकते है. इस दौरान जहां पेच फंसा है उसे दूर करने की कोशिश होगी. अगर देखें तो फिलहाल सीट शेयरिंग पर फसे पेंच को दूर करने के लिए ककांग्रेस नेता तारिक अनवर और प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर भी झारखंड पहुंचे है. सभी बिंदुओं पर प्रदेश के नेताओं के साथ मंथन कर रहे है. आखिर अगर झामुमो अधिक सीट देने को तैयार नहीं होती है तो आगे क्या रणनीति होगी. इसपर भी चर्चा जारी है.