रांची(RANCHI):रांची में ईडी की ओर से मंगलवार को झारखंड के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विनय चौबे और उनके करीबी अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी देखी जा रही है.वहीं इस मुद्दे पर अब झारखंड की सियासत शुरू हो गई हैं. झामुमों की ओर से अब इस मुद्दें पर भाजपा पर सवाल उठाते हुए कहा जा रहा है कि पांच दिन पहले कहा था कि बीजेपी के राजनीतिक फेल्योर के कारण उनको जांच एजेंसी को सामने लाना पड़ रहा है, बीजेपी को उन्हें अपना टूल कीट की तरह इस्तेमाल करना पड़ेगा.
क्यों सूत्रों के हवाले चीजों को बाहर लाती है एजेंसी,झामुमों
झामुमों के सुप्रियों भट्टाचार्य ने कहा कि मैं जांच एजेंसी को पूछना चाहता हुं कि आप समय कैसे चुनते है और पात्र कहा से लाते है, अगर यही करना है तो इसका फल क्या है. आप जांच कर रहे है उसमें कोई बुराई नहीं है लेकिन उसका क्या नतीजा आ रहा है, उसको साफ क्यों नहीं करते है. क्यों सूत्रों के हवाले से चीजों को बाहर लाते है, Sc ने कहा कि ईडी की कार्रवाई पॉलिटिकल मंसूबे से होती है. हाई कोर्ट ने कहा कि प्रथम दृष्टि से कुछ नहीं दिख रहा है.
भाजपा के पास आज कोई मुद्दा नहीं
उन्होंने कहा कि भाजपा के पास आज कोई मुद्दा नहीं है,यह लोग अब घुसपैठ पर नहीं बोल सकते ना ही परिवारवाद पर कह सकते है. केंद्र सरकार ये नहीं बता रहीं है कि घुसपैठ कहा से हुआ है. एक भी सार्थक मुद्दा यह लोग नहीं ला पाते है. हमने कल सवाल उठाया कि रिटर्निंग अफसर गढ़वा के है , उनका ऊपर से आदेश कर नामांकन स्वीकार किया गया. हमारे प्रत्याशी पर उसी तथ्य से नामांकन रिजेक्ट किया. यानी कि निर्वाचन आयोग को भी निर्देश है कि एक तरफा बीजेपी की जीत पक्की करनी है वरना आप पर कार्यवाही होगी.
भाजपा चुनाव के दौरान दे रही बयान
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि आज बीजेपी की ओर से बयान आ रही है कि हमने पहले ही बोल दिया था शराब घोटाले हुए है, लेकिन यह लोग पहले ही जांच क्यों नहीं कर लिए चुनाव के समय क्यों किया. उन्होंने कहा कि आज दूसरे फेज का नामांकन पूरा हो गया प्रचार भी दो दिन में आधिकारिक तौर पर शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि सुन रहे है कि हर दो दिन में यहां पीएम आएंगे और पिलर के तौर पर गृह मंत्री आ रहे है. बांटेंगे तो कटेंगे कहने वाले नेता भी आ रहे है। यह भाषा लोकतंत्र के लिए सही नहीं. उन्होंने कहा कि प्रदेश नेतृत्व कहा है समझ नहीं आ रहा है.