धनबाद(DHANBAD): अभी तक बिहार के नेताओं की झारखंड में सीट लेने की बारी थी. लेकिन अब झारखंड के नेताओं की बिहार में सीट लेने का समय आ गया है. झारखंड के विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव और कांग्रेस आलाकमान हेमंत सोरेन से सीट मांग रहे थे. अब हेमंत सोरेन राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस आलाकमान से सीट मांगेगे. अधिकार और दावे के साथ सीट के लिए दावा पेश करेंगे. उसके पक्ष में गुणा -गणित भी पेश करेंगे. फिलहाल झारखंड मुक्ति मोर्चा का उत्साह बढ़ा हुआ है. झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में गठबंधन ने प्रचंड बहुमत हासिल की है.
हेमंत सोरेन चौथी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने है
हेमंत सोरेन चौथी बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने है. तमाम विपरीत परिस्थितियों को झेलते हुए हेमंत सोरेन ने गठबंधन साथियों के साथ विजय पताका फहराया है. सिर्फ विजय पताका ही नहीं फहराया है, भाजपा को मात्र 21 सीट पर सिमटना पड़ा है. ऐसे में झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिए अगल-बगल के राज्यों में पैर फैलाने का यह सही मौका है. और इसका फायदा झारखंड मुक्ति मोर्चा उठाना चाहता है. इसके प्रयास भी शुरू कर दिए गए है. हो सकता है कि बिहार में सीट बंटवारे को लेकर जल्द कोई बैठक आयोजित हो. क्योंकि बिहार में चुनाव को लेकर राजनीति तो शुरू है.
2025 में बिहार विधानसभा का चुनाव होने जा रहा है
2025 में बिहार विधानसभा का चुनाव प्रस्तावित है. इस बार बिहार में सीट के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा आगे बढ़ चुका है. सीटें चिन्हित कर ली गई है. अब समय और मौके पर उन सीटों का खुलासा झामुमो कर सकता है. झारखण्ड के 2024 के विधानसभा चुनाव में झामुमो की मिली सफलता से पार्टी उत्साहित है. वह पहली बार झारखंड में सर्वाधिक सीटों पर चुनाव जीता है. 2024 के विधानसभा चुनाव में वह सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है. इसके बाद उत्साह से लवरेज पार्टी अगल-बगल के राज्यों में भी अपना पैर पसारने में लग गई है. यह बात भी सच है कि गठबंधन में झामुमो का "बारगेनिंग" पावर बढ़ गया है. अब यह जानकारी निकल कर आई है कि बिहार विधानसभा का अगले साल होने वाले चुनाव में झामुमो दमदार उपस्थिति दर्ज करने की कोशिश में लग गया है.
बिहार की इन सीटों पर दावा कर सकता है झामुमो
सूत्रों के अनुसार झामुमो बिहार के कम से कम 12 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा है. महागठबंधन में इस बार बिहार में वह 12 सीटों की मांग करेगा. तर्क देगा कि झारखंड के सीमावर्ती जिलों में पार्टी का जनाधार है. पहले भी झामुमो के विधायक वहां से रहे है. सूत्रों के अनुसार झारखंड मुक्ति मोर्चा बिहार की तारापुर, कटोरिया, मनिहारी, झाझा, बांका, ठाकुरगंज, रुपौली, रामपुर, बनमनखी, जमालपुर, पीरपैंती और चकाई सीट की मांग करेगा. 2020 के चुनाव में बिहार में झामुमो अकेले ही चुनाव लड़ा था लेकिन सफलता नहीं मिली थी. झारखण्ड में राजद ने अपना जनाधार बढ़ाया है तो बिहार में अब झामुमो भी ताकत दिखायेगा. झारखंड में कांग्रेस के 16 विधायक जीते हैं और राजद के चार और झारखंड मुक्ति मोर्चा के 34 विधायक विजई रहे है. अब झारखंड मुक्ति मोर्चा की नजर बिहार में 2025 में होने वाले चुनाव पर गड गई है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो