रांची(RANCHI): मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को ED का समन मिलने के बाद राज्य में सियासी भूचाल वापस से आ गया है. एक ओर भाजपा इसे जांच का हिस्सा बता रही है. तो दूसरी ओर झामुमो केंद्र पर निशाना साध रही है .झामुमो ने कड़े तेवर में केंद्र को निशाने पर लेते हुए कहा कि आदिवासी साहूकारों के खिलाफ लडना जानती है. हम अपने पर आ गए तो देश की बत्ती गुल हो जाएगी.
आदिवासी के नाम पर लेते है वोट
झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासी जीवन शैली, व्यंजन, परिधान का एक संगम हुआ था. जिसका समापन गुरुवार देर रात हुआ है. इस महोत्सव में विभिन्न राज्य के आदिवासी जनजाति के लोग शामिल हुए. इस भव्य आयोजन के लिए झामुमो ने हेमंत सोरेन सरकार को धन्यवाद दिया. साथ ही उन्होंने कहा कि 23 साल के झारखंड में कभी भी आदिवासी दिवस नहीं मनाया गया. सबसे अधिक राज्य में सत्ता पर काबिज BJP रही, वोट आदिवासी के नाम पर लेते है. लेकिन उसके बाद आदिवासी को भूल जाते है. भाजपा के लोग आदिवासी को कुछ नहीं समझते है. इसका उदाहरण मध्य प्रदेश और मणिपुर से सांमने आया. भाजपा कभी भी आदिवासी को इंसान नहीं समझा. सिर्फ भाषणों में सीमित रह गया. लेकिन जब 2019 में हेमंत सोरेन की सरकार बनी तब से आदिवासी मूलवासी के हित में काम किया जा रहा है. राज्य के आदिवासी को आगे बढ़ता देख भाजपा देख नहीं पाए और केंद्रीय ऐजेंसी के जरिये सरकार पर प्रहार शुरू कर दिया.
अर्जुन मुंडा सरकार में हुआ था मनरेगा घोटाला
राज्य में मनरेगा घोटाला से ED ने जांच शुरू किया था. मनरेगा घोटाला अर्जुन मुंडा सरकार में हुआ इसका उजागर झामुमो ने ही किया. लेकिन जांच डाइवर्ट कहीं और कर दी जाती है. सोरेन परिवार के खिलाफ रघुवर राज में कई दस्तावेज दिखाया गया. बताया जा रहा था कि सोरेन परिवार के नाम पर कई प्लॉट और खाता दिखाया जा रहा था. वैसे ही फिर एक बार आदिवासी महोत्सव के दिन देखने को मिला. विभिन्न अखबारों और चैनलों में बिना किसी आधिकारिक पुष्टि के कई खाता प्लॉट दिखाए गए. सरकार के खिलाफ एक माहौल बनने की कोशिश की जा रही है.
NDA के खिलाफ जो भी खड़ा होता है उसे किया जाता है बदनाम
NDA के खिलाफ जो भी खड़ा होता है उसे विभिन्न तरीके से बदनाम करने की कोशिश शुरू कर दी जाती है. आदिवासी की लड़ाई तो साहूकारों के खिलाफ है. हम सरकार में आते ही कई आदिवासी की जमीन वापस करा चुके है. यह सब का नतीजा है कि अब सरकार पर निशाना किया जा रहा है. महोत्सव के दौरान भाजपा ने देखा कि सभी आदिवासी, मूलवासी, दलित,अल्पसंख्यक सभी एक जुट होकर खड़े हो रहे है. ऐसा देख भाजपा के लोग बौखला गए. राज्य में या कही भी आदिवासी को सुख समृद्धि इनलोगों से नहीं देखी जा रही है. इनका काम दंगा करना है. जहां भी भाजपा शाषित राज्य है वहां के लोग सम्प्रदाय के आग में जल रहा है. जब भाजपा सत्ता से बाहर हो गई तो अब सीधे हेमंत सोरेन को निशाना बनाया जा रहा है. इनके ऐसे कारनामों से हम डरते नहीं है, वीर शिबू सोरेन का बेटा है जो तीर धनुष लेकर साहूकारों से आदिवासी की जमीन छोड़ता था वह इन ऐजेंसी से डरने वाले नहीं है. समय आने पर सभी चीजों का जवाब दिया जाएगा. आने वाले दिनों में सभी साजिशों का पर्दा फाश किया जाएगा. कानूनी और अन्य तरीके से जवाब देने के लिए हम तैयार है. केंद्र सरकार राज्य को डराने का काम कर रही है. हमारे पास ऐसा मादा है कि अगर अपने आप पर आगए तो पूरे देश की बत्ती गुल हो जाएगी. देश में सबसे अधिक खनिज हमारे पास है. हम महाजनों के खिलाफ लड़ाई लड़ना जानते है. यह सूबे के मुखिया हेमंत सोरेन और जनता दोनों जान रही है.
रिपोर्ट. समिर हुसैन