देवघर (DEOGHAR): संथाल परगना का देवघर विधानसभा क्षेत्र ऐसा है, जिसकी पहचान देश ही नहीं विदेशों में है.यहां स्थित बाबा बैद्यनाथ के कारण देवघर विश्व स्तर पर स्थापित है.संथाल परगना जिसे झारखंड मुक्ति मोर्चा का गढ़ माना जाता है लेकिन इसके अंतर्गत गोड्डा लोकसभा भाजपा का गढ़ माना जाता है.गोड्डा लोकसभा अंतर्गत देवघर विधानसभा है जहां भाजपा विधायक के रूप में दूसरी बार नारायण दास चुनाव जीत कर गए हैं. इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल के पास यह सीट थी.झारखंड गठन के बाद अधिक समय झारखंड मुक्ति मोर्चा और राजद में गठबंधन रही है. संपन्न लोकसभा चुनाव में संथाल की तीन में से दो सीट झामुमो के पास है. लेकिन गोड्डा लोकसभा क्षेत्र वह जीत न सकी. क्योंकि गठबंधन के कांग्रेस उम्मीदवार प्रदीप यादव यहां से चुनाव लड़ रहे थे लेकिन वह हार गए.
चर्चा कर बनाई गई रणनीति
देवघर झामुमो जिला कार्यकारिणी की बैठक में लोकसभा चुनाव में हार की समीक्षा की गई और आगामी झारखंड विधानसभा में देवघर जिला के तीनों सीट झारखंड और गठबंधन को कैसे मिले इस पर चर्चा कर रणनीति बनाई गई. जिला अध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया कि देवघर जिला का सारठ और देवघर विधानसभा भाजपा के हाथ में है जबकि मधुपुर झामुमो की झोली में है. आगामी विधानसभा चुनाव के लिए एक रणनीति तैयार की जा रही है और उसी रणनीति के तहतमधुपुर, देवघर और सारठ विधानसभा भी गठबंधन की झोली में आ सके ताकि झारखंड में मजबूती के साथ गठबंधन की सरकार फिर से बने.इस मौके पर झारखंड मुख्यमंत्री मोर्चा के जिला के तमाम विभाग,मोर्चा के पदाधिकारी मौजूद रहे.
रिपोर्ट. रितुराज सिन्हा