रांची (RANCHI) : लोकसभा चुनाव का जश्न पूरा देश मना रहा है. वहीं तमाम पार्टी अपने प्रत्याशी के प्रचार प्रसार में जुट गई है. फिलहाल देश में दो चरण का मतदान हो चुका है. वहीं बात अगर झारखंड की करे तो मई महीने की 13 तारीख़ को झारखंड में भी चुनाव की शुरूआत हो जाएंगी. ऐसे में सभी पार्टियों के स्टार प्रचारक की लिस्ट भी जारी कर दी गई है. जानकारी के अनुसार देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भाजपा ने स्टार प्रचारक बनाया है. इसी कड़ी में पीएम मोदी झारखंड आएंगे और चुनावी सभा को संबोधित करेंगे. जिस पर झामुमो ने सवाल खड़े किए है. झामुमो ने पीएम मोदी से सवाल किए है. आज झामुमो कार्यालय में महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रेस वार्ता का आयोजन किया. जहां उन्होंने पीएम मोदी से चार सवालों के जवाब माँगा है.
सरना धर्म कोड़ पर क्या कहेंगे पीएम मोदी
सुप्रियो ने पहला सवाल किया कि पीएम मोदी को आदिवासियों की अस्मिता के मुद्दे पर बोलना चाहिए की उनकी पार्टी की सोच क्या है. सरना धर्म कोड को पीएम मोदी किस रूप में देखते है. आदिवासी अस्मिता अपनी पहचान और आस्था से जुड़ा है. आज कल पीएम मोदी हिंदू मुसलमान कर रहे है. तो पीएम बताए की सरना धर्म कोड पर उसके मान्यता पर भाजपा का अपना क्या समझ है. क्योंकि आदिवासी का नाम लेना, जनजातीय गौरव दिवस मनाना एक आदिवासी महिला जो देश के सर्वोच्च पद पर है. उन्हे खड़ा रखना और खुद बैठ जाना. क्या ये आदिवासी अस्मिता के खिलाफ खिलवाड़ नहीं है.
वन अधिकार के नियमों में क्यों किया गया बदलाव
साथ ही सुप्रीय ने कहा कि पीएम मोदी जिस इलाके में जाएंगे पोड़ाहाट, सारंडा, कोल्हान वहां पर वन अधिकार जो स्थानीय लोगो का है. उसमे बदलाव क्यों किया है, आप ने ग्राम सभा को क्यों हटाया, मालती मुंडा पाहन व्यवस्था को क्यों हटाया., क्या मजबूरी थी आपकी. जैसे गुजरात में अडानी जी कर रहे है वैसे ही कोल्हान में अडानी जी घुसेंगे.
कॉल बेयरिंग एक्ट के साथ छेड़-छाड़ क्यों
कॉल बेयरिंग एक्ट के साथ छेड़ छाड़ क्यों किया गया. क्योंकि झारखंड का पूरा इलाका कोयला और अयस्क का है. वहां से इम्पैक्ट असेसमेंट को क्यों हटा दिया गया. पर्यावरण का जो प्रतिकुल प्रभाव पड़ेगा उसकी विशेषण को क्यों हटा दिया गया. कॉल बेयरिंग एक्ट में एक औऱ असेसमेंट है सोशल इंमपेकट असेसमेंट उसको भी हटा दिया गया है. इसका सीधा मतलब है कि भाजपा वहां की व्यवस्था को असंतुलित कर बाहरी व्यक्ति को यहां लाने का प्लान कर रही है. उसी एक्ट में भाजपा ने ग्राम सभा को समाप्त कर दिया, इसका इशारा दूसरी औऱ संकेत करता है क्योंकि भाजपा गीत गाते है कि यहां के आदिवासी के हित के लिए काम कर रहे है. लेकिन सहीं नजर से देखे तो भाजपा आदिवासियों के विरोध में काम कर रही है.
HEC की इस बदहाली का जिम्मेदार कौन
वहीं उन्होंने कहा कि पीएम मोदी बताएं कि झारखंड में HEC की इस बदहाली का जिम्मेदार कौन. आखिर 10 साल में ऐसा क्या हुआ की राजधानी की मेरूदंड पूरी तरह से टूट गई. क्या कारण है कि HEC आज अपनी बदहाली का दंश झेल रहा है.