रांची(RANCHI): झारखंड में सरकारी चिकित्सकों की परेशानी अब जल्द ही दूर होने वाली है.सरकारी डॉक्टर कई समस्याओं के बीच अपनी सेवा दिन रात ग्रामीण इलाकों में दे रहे है. लेकिन अब सरकार और झासा झारखंड के बीच बेहतर समन्वय बना कर सभी समस्याओं को दूर करने की कवायद तेज कर दी गई है. रविवार को IMA भवन में झारखंड IMA की बैठक हुई. इस बैठक में झासा झारखंड के सचिव डॉ ठाकुर मृत्युंजय कुमार सिंह भी मौजूद रहे.इस दौरान झासा झारखंड के सचिव डॉ ठाकुर मृत्युंजय कुमार सिंह ने कहा कि संगठन अपनी मांगों को लेकर विभाग और सरकार से समन्वय की स्थिति में है. 12 नेत्र विशेषज्ञ चिकित्सको के विरुद्ध प्रपत्र क और पांच वेतन वृद्धि रोकने से संबंधित प्रस्ताव हैं.
इसके लिए संगठन के प्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया.मंत्री ने नेत्र विशेषज्ञ चिकित्सक ऑन के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए संयुक्त सचिव को मोबाइल पर इस आदेश को विलोपित करने का निर्देश दिया. संगठन के प्रतिनिधियों ने अपनी मांगों के समर्थन में संयुक्त सचिव विद्यानंद शर्मा पंकज से मिलकर इस संबंध में चर्चा की.सचिव ने आश्वासन दिया की चिकित्सक के साथ कभी गलत नहीं होने दिया जाएगा.
श्रावणी मेला में प्रतिनियुक्ति चिकित्सकों के मामले में संगठन ने अपर मुख्य सचिव से मुलाकात कर अपने समस्याओं के निदान के लिए बात किया है. अपर मुख्य सचिव ने इसे गंभीरता से लेते हुए पर्यटन विभाग से संपर्क स्थापित कर चिकित्सकों के लिए मूलभूत सुविधाएं दिए जाने का प्रबंध कराया और अवर सचिव जय किशोर प्रसाद को इन सभी प्रतिनियुक्त चिकित्सकों को T.A/D.A और उसके लिए जरूरी आवंटन यथा शीघ्र देने का निर्देश दिया. डॉ सिंह ने दोहराया कि हमें वर्तमान में विभाग और सरकार का सहयोग प्राप्त है और हम प्रयासरत हैं कि हमारे सभी महत्वपूर्ण समस्याओं का निराकरण हो.
हमारे कुछ महत्वपूर्ण समस्याएं हैं :-
चिकित्सकों को डायनेमिक एसिपी केंद्र की तर्ज पर दिया जाए.सीनियर चिकित्सकों का प्रमोशन लंबित है, इस वजह से निदेशालय में सभी पदाधिकारी प्रभार में है. ट्रांसफर पोस्टिंग वरीयता सूची के आधार पर किया जाए. झासा के तरफ से गोड्डा जिले के पथरगामा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दिनांक 25 :08: 2023 को घटित घटना की निंदा की गई और प्रभारी चिकित्सा अधिकारी द्वारा प्राथमिकी में दर्ज तीनों आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की गई.