धनबाद (DHANBAD) : झारखंड का गिरिडीह जेल अपराधियों के निशाने पर है. कुछ माह पूर्व वहां के जेलर पर हमला हुआ था. वहीं मंगलवार की रात गिरिडीह जेल के एक सिपाही की गोली मारकर हत्या करने की कोशिश की गई. यह घटना क्यों की गई, किसने की, अपराधी खुद के हथियार से हमला किया अथवा गिरिडीह जेल के सिपाही की रिवाल्वर छीन कर फायरिंग की, पुलिस इस मामले की तफ्तीश कर रही है. घायल सिपाही शशि भूषण यादव को गिरिडीह सदर अस्पताल से धनबाद भेजा गया, लेकिन धनबाद से भी उसे बेहतर इलाज के लिए दुर्गापुर ले जाया गया है. सिपाही को 4 गोलियां लगी है. फिलहाल उनकी हालत गंभीर है.
कारा जाने के दौरान अपराधियों ने मारी गोली
जानकारी के अनुसार केंद्रीय कारा में तैनात सिपाही शशि भूषण यादव अपनी बाइक से केंद्रीय कारा की ओर जा रहे थे कि बाइक सवार अपराधियों ने फायरिंग करनी शुरू कर दी. इसे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई. जिस जगह पर शशि भूषण यादव को गोली मारी गई है, वहां से गिरिडीह जेल की दूरी 500 मीटर बताई गई है. गोली चलने की आवाज सुन आसपास के लोग भयाक्रांत हो गए. सूचना मिलने पर प्रशासनिक महकमे में भी हड़कंप मच गया. थाना प्रभारी से लेकर अन्य पुलिस अधिकारी, जेल के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. उसके बाद खून से लथपथ सिपाही को गिरिडीह सदर अस्पताल लेकर गए. गिरिडीह सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद घायल सिपाही को बेहतर इलाज के लिए धनबाद रेफर कर दिया गया. धनबाद से उसे दुर्गापुर ले जाया गया है.
सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस
पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाल रही है. इसके पहले भी दुमका जेल में संत्री को गोली मारी गई थी. इस तरह की लगातार घटनाएं हो रही है ,तो क्या अब जेल में बंद अपराधी जेल में तैनात सुरक्षाकर्मियों को निशाने पर ले रखा है. आखिर गिरिडीह जेल में हाल के दिनों में दो घटनाएं क्यों हुई, कौन करा रहा है ऐसी घटनाएं .इसकी गंभीरता से जांच करने की जरूरत है .वैसे धनबाद में पकड़ाए अपराधियों ने स्वीकार किया था कि दुमका जेल के संत्री को उन लोगों ने ही गोली मारी थी. इसका मतलब है कि यह सब घटनाएं अंतर प्रांतीय अपराधिक गिरोह के आकाओं के इशारे पर हो रहा है. आका अपनी दबंग ता साबित करने के लिए घटनाएं करा रहे हैं और जेल में अपनी मनमर्जी करना चाहते हैं.
रिपोर्ट : सत्यभूषण सिंह, धनबाद