रांची(RANCHI): झारखंड में हाल के दिनों में अंतराष्ट्रीय आतंकियों के कनेक्शन सामने आया है. ISIS सरीखे खूंखार आतंकी के नुमाइंदे जल, जंगल औऱ जमीन की धरती पर दहशत फैलाने औऱ खूनी खेल खेलने पर आमदा थे. लोहरदगा से फेजान की गिरफ्तारी, इसके बाद हजारीबाग और गोड्डा से दो के आतंकी संगठन से जुड़ने पर लोगों की गिरफ्तारी ने तो सुरक्षा एजेंसियों की नींद ही उड़ा दी है .
सबसे चौकाने वाला मामला तो ये है कि फिलिस्तीन जाकर आतंकी वारदात को अंजाम देने वाले दो लोगो को एटीएस ने वक्त से पहले ही दबोच लिया. जी हां वही फीलिस्तीन, जहां अभी इजरायल के बीच जंग चल रही है. जहां की मिट्टी खून से लहुलुहान हो गयी. हर कोई जिंदगी बचाने की जद्दोजहद में लगा हुआ हैं.
सोशल मीडिया के जरिए आतंकी कनेक्शन
एटीएस ने अपनी विज्ञप्ती में बताया कि मो आरिज सोशल मीडिया पर आतंकी संगठन की विचारधारा को फैला रहा था. झारखंड के भोले भाले युवाओं का बहला-फुसलाकर आतंक की अंधेरी सुरंग में धकेलता था. आरिज को मोहम्मद नसीम नाम का एक शख्स टेलिग्राम के जरिए जेहाद का जहर फैलाता था. इससे जुड़ी किताबे और मजहब विरोधी समाग्रियां भेजता था. ये दोनो आईएसएस के साथ-साथ अफगानिस्तान औऱ पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से भी जुड़े हुए थे.
चौक गई थी ATS !
इनकी योजना से एटीएस के माथे में भी शिकन उभर गई थी. जब इनका मकसद येरूशलम स्थित पवित्र अलअक्सा मस्जिद में फिदायीन हमला करने की थी. जिससे वो यहूदियों से बदला ले सके और मस्जिद को आजाद करा सके . हालांकि , इस खौफनाक साजिश का पर्दाफाश एटीएस ने दोनों को पकड़कर किया औऱ उसके नापाक इरादों को मिट्टी में मिला दिया. इनकी गिरफ्तारी के बाद इन दोनों को पकड़कर कोर्ट में पेश किया गया था और इसके बाद जेल भेज दिया गया.
दो लोगों की गिरफ्तारी
आरिज गोड्डा के रहमत नगर और मोहम्मद नसीम पेलवाल हजारीबाग का रहने वाला बताया जा रहा है. एटीएस इसे एक बड़ी कामयाबी के तौर पर देख रही है. इसके साथ ही सवाल भी खड़े हो रहा है कि कैसे भोले-भाले युवा भटककर आतंक और जेहाद की अंधी दुनिया में अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे हैं. इन दोनों की गिरफ्तारी एक चेतावनी है कि किसी भी प्रकार के सोशल मीडिया में नफरती विचारधारा औऱ मजहब के नाम पर गुमराह करने वाले लोगों से सावधान रहना चाहिए.