रांची(RANCHI): मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कह लें या इनके परिवार का मुखिया इनके पिता दिशोंम गुरु श्री शिबू सोरेन. सोरेन परिवार का मतलब झारखंड में यही परिवार है. शिबू सोरेन नाम का मतलब है झारखंड में आदिवासियों का सबसे बड़ा नेता. एक ऐसा नेता जिन्होंने सही मायने में झारखंड राज्य के लिए संघर्ष किया है. जब आदिवासी जल जंगल जमीन संबंधित कई समस्याओं से संघर्षरत थे ,आदिवासियों के संघर्ष का उनके अधिकारों की बात करने का कोई नेतृत्व करने वाला नहीं था ऐसे में शिबू सोरेन एक नाम आया जो आदिवासियों के संघर्ष की बोझ को लेकर आगे बढ़ा. आदिवासियों की हक की बात जोर शोर से करने लगा. अब चारों ओर शिबू सोरेन का नाम दिशोंम गुरु के नाम से गूंजने लगा. इन्होंने संघर्ष किया, इन्हें इसका इनाम भी मिला. ये सांसद के साथ केंद्र में मंत्री भी बने और झारखंड के मुख्यमंत्री भी बने. शिबू सोरेन के उसी संघर्ष , आदिवासियों के लिए की गई उसी लड़ाई का फल आज उनके पुत्र को भी मिला है कि हेमंत सोरेन आज झारखंड के मुख्यमंत्री हैं . लेकिन जिस तरह उन्हें नाम मिला , परिणाम मिला ठीक उसी तरह कई विवाद और भ्रष्टाचार के संगीन आरोप भी उनके साथ साथ साये की तरह चला .
जिस तरह पहले शिबू सोरेन का नाम चर्चा में हुआ करता था , चर्चा अब भी है . लेकिन यह चर्चा भ्रष्टाचार का है . आय से अधिक संपत्ति के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट से इन्हें झटका लगा है . बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे द्वारा शिबू सोरेन की आय से अधिक संपत्ति को लेकर लोकपाल में शिकायत की थी लोकपाल ने सीबीआई को पीई दर्ज कर मामले को देखने के लिए कहा था . इसके खिलाफ़ शिबू सोरेन दिल्ली हाईकोर्ट गए थे. हाईकोर्ट ने लोकपाल के मामले में हस्तक्षेप करने से मना कर दिया . इसलिए कहा जाता जा सकता है कि शिबू सोरेन की आय से अधिक संपत्ति के मामले में सीबीआई जांच जरूर करेगी. दूसरी ओर पिछले 20 जनवरी को उनके पुत्र मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जमीन घोटाले में ईडी की पूछताछ हुई थी . लग रहा था पूछताछ हो गई है मामला अब शांत हो जाएगा . लेकिन ईडी ने नौवीं समन भेज दिया है जिसमें 27 जनवरी से 31 जनवरी के बीच पूछताछ के लिए फिर से बुलाया जा सकता है .इसलिए भ्रष्टाचार के लिए पिता-पुत्र दोनों का नाम चर्चा में है . पिता को हाईकोर्ट से झटका ,पुत्र को ईडी का फिर से नोटिस यानि सोरेन परिवार का आफत कम होने का नाम नहीं ले रहा है .
रिपोर्ट: प्रकाश कुमार यादव