धनबाद(DHANBAD): हरियाणा में एग्जिट पोल अगर परिणाम में बदल जाते हैं तो इसका सीधा असर झारखंड के चुनाव प्रचार पर पड़ेगा. हरियाणा के एग्जिट पोल में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत बताया गया है. वैसे, तो झारखंड में अभी से ही चुनाव प्रचार आक्रामक है. हर कोई अपनी तरकश से बोली के तीखे तीर निकाल रहे है. योजनाएं भी एक से एक बढ़कर घोषित की जा रही है. क्रियान्वित भी की जा रही है. यह अलग बात है कि भाजपा उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी करने के करीब पहुंच गई है. तो कांग्रेस संवाद कार्यक्रम कर नब्ज टटोलने की कोशिश कर रही है. इधर, हेमंत सोरेन का हमला आक्रामक बना हुआ है. झारखंड बीजेपी ने शनिवार को पांच प्राण जारी किए. कहा गया की पार्टी 5 सालों में इन्हें लागू करेगी .भाजपा की पंचप्रण योजना में आधी आबादी के लिए गोगो दीदी योजना, लक्ष्मी जोहर योजना के तहत 5 सौ में एलपीजी, 5 साल में 5 लाख नौकरियां देने का वादा, स्नातक और स्नाकोत्तर युवा को 2 हजार भत्ता, सभी को आवास देने और मुफ्त में बालू देने का इसमें वादा किया गया है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भाजपा पर लगातार हमलावर
इधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भाजपा पर लगातार हमलावर हैं. शनिवार को उन्होंने कहा कि बीजेपी झारखंड की बहनों से फर्जी फॉर्म भरवा रही है. कह रही है कि सरकार बनी तो ₹2100 दिए जाएंगे. बीजेपी वालों से कोई तो पूछे कि पूर्व के लोकसभा चुनाव में सभी के बैंक खाते में 15-15 लाख रुपए भेजने का वादा किया था, उसका क्या हुआ. उन्होंने अपनी उपलब्धि गिनाते हुए कहा कि हमने सबको पेंशन देने का काम किया. 2 सौ यूनिट तक बिजली बिल माफ किया. उनका यह भी आरोप था कि व्यापारियों की साथी भाजपा ने छत्तीसगढ़ के जंगल बेच दिए. जंगल काटने का ठेका दे दिया. अब वहां आदिवासियों को विस्थापित किया जा रहा है. उन्होंने बड़ी बात यह कह दी कि केंद्र सरकार अगर हमारे कोयले का बकाया दे दे, तो हम हर महिला के खाते में तीन-तीन लाख रुपए भेज सकते हैं. हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर कड़ा प्रहार किया. कहा कि सरकार बनने के पहले दिन से विपक्ष षड्यंत्र रचने में लगा है. भाजपा के लोग मंत्री, विधायक और मुख्यमंत्री तक को खरीदने की कोशिश में लग गए .भाजपा पैसे से सरकार बनाने की षड्यंत्र रचती रही है.
एग्जिट पोल में कांग्रेस को हरियाणा में स्पष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है
आपको बता दें कि एग्जिट पोल में कांग्रेस को हरियाणा में स्पष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है, जबकि जम्मू कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस गठबंधन को आगे रहने का अनुमान है. हरियाणा में विधानसभा की 90 सीटें हैं और बहुमत के लिए 46 सीट चाहिए. एग्जिट पोल पर भरोसा करें तो 10 साल बाद हरियाणा में कांग्रेस की वापसी हो रही है. परिणाम की घोषणा 8 अक्टूबर को होगी. हरियाणा का परिणाम ही बताएगा कि झारखंड में चुनावी राजनीति की दशा और दिशा क्या होगी. यह भी कहा जा सकता है कि चुनाव घोषणा के पहले यह हाल है तो झारखंड में चुनाव की घोषणा के बाद कितना तीखा चुनाव प्रचार होगा, इसका सिर्फ अंदाज ही लगाया जा सकता है.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो