टीएनपी डेस्क: झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का चुनाव कल 13 नवंबर को होने वाला है. कल 43 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होनी है. कल सुबह 7 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक मतदान होंगे. चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग द्वारा सारी तैयारियां कर ली गई हैं. मतदान केंद्रों में मतदान कराने के लिए मतदान कर्मी EVM और VVPAT मशीनों के साथ रवाना हो गए हैं. आइए जानते हैं क्या है वीवीपैट(VVPAT) मशीन और क्या है इससे मतदान करने की प्रक्रिया.
क्या है वीवीपैट(VVPAT) मशीन
वीवीपैट(VVPAT) मशीन मतदान कराने का एक नया आधुनिक तरीका है. वीवीपैट का मतलब है- वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (Voter Verifiable Paper Audit Trail). मतदान में वीवीपैट मशीन की अलग भूमिका होती है. वीवीपैट एक तरह की इलेक्ट्रॉनिक मशीन होती है, जिसे EVM मशीन के साथ जोड़ा जाता है. पहले के समय में मतदान के लिए बैलेट पेपर का इस्तेमाल किया जाता था. लेकिन फिर चुनाव की प्रक्रिया में बदलाव किए गए और आधुनिक दौर के साथ-साथ चुनाव की प्रक्रिया भी आधुनिक हो गई और EVM मशीन का इस्तेमाल किया जाने लगा. लेकिन EVM मशीन को लेकर भी सवाल उठाए जाने लगे और फिर इस समस्या के समाधान के लिए चुनाव आयोग VVPAT लेकर आया.
EVM मशीन के साथ जोड़ा जाता है मशीन
EVM मशीन के साथ वीवीपैट मशीन को कनेक्ट किया जाता है. जिसके बाद जब कोई भी मतदाता मतदान करता है तो वीवीपैट मशीन एक पर्ची निकलती है जो मतदाता को यह बताती है कि उनका मतदान उनके पसंद के प्रत्याशी को ही गया है. वीवीपैट मशीन का इस्तेमाल चुनाव आयोग द्वारा निष्पक्ष रूप से मतदान कराने के लिए किया जाता है ताकि वोटर को भरोसा हो सके की उनका वोट उनके पसंदीदा प्रत्याशी को ही मिला है.
कैसे काम करता है वीवीपैट मशीन
- EVM मशीन को दो यूनिट के साथ डिजाइन किया गया है. जिसमें एक नियंत्रण यूनिट होती है और दूसरी मतदान यूनिट.
- EVM मशीन की मतदान (बैलेट) यूनिट में पार्टी चिन्हों की सूची के साथ-साथ प्रत्याशियों के नाम होते हैं. इसके आगे नीले रंग का एक बटन होता है. ऐसे में वोटर जिस भी प्रत्याशी को मतदान देना चाहते हैं उस प्रत्याशी के नाम के आगे नीले रंग के बटन को दबा सकते हैं.
- जब वोटर EVM मशीन पर अपना मतदान डालते हैं तो EVM से वीवीपैट मशीन एक पर्ची जारी करता है. पर्ची में वोट दिए गए प्रत्याशी के नाम, क्रमांक और चुनाव चिन्ह दिखाई देते हैं. जिसे देख कर वोटर आपण डाले गए मतदान का सत्यापन करता है.
- लेकिन वीवीपैट से जारी हुई पर्ची केवल 7 सेकंड के लिए ही मतदाता को दिखाई देती है. जिसके बाद एक बीप साउन्ड के साथ पर्ची वीवीपैट मशीन के ड्रॉप बॉक्स में गिर जाता है. वीवीपैट से जारी पर्ची को मतदाताओं को नहीं दी जाती है.
- साथ ही चुनाव की मतगणना के समय किसी तरह की विवाद की स्तिथि होने पर ई पर्चियों के जरिए मतगणना की जाती है.