धनबाद(DHANBAD) : झारखंड में चुनाव का बिगुल तो बजने ही वाला है. सोमवार को झारखंड भाजपा चुनाव सह प्रभारी हेमंत विश्व सरमा ने स्पष्ट कर दिया है कि चंदनकियारी सीट भाजपा के पास ही रहेगी. मतलब साफ है कि इस सीट से नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ही चुनाव लड़ेंगे. आजसू को यह सीट नहीं मिलने जा रही है. हिमंता विश्व सरमा ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि आजसू से बात लगभग तय हो गई है. एक सीट का मामला फंसा है, जहां बातचीत चल रही है. ऐसे में चंदनकियारी सीट आजसू को अगर नहीं मिलती है, तो वहां से पूर्व मंत्री उमाकांत रजक क्या चुपचाप बैठ जाएंगे. यह एक बड़ा सवाल है. जयराम महतो की पार्टी भी चंदनकियारी विधानसभा सीट पर ताकत लगाएगी ,
चंदनकियारी सीट आजसू सुप्रीमो की भी परीक्षा लेगी
चंदनकियारी सीट आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो की भी परीक्षा लेगी. हालांकि जो बातचीत तय हुई है, वह अभी प्रारंभिक दौर में है. आलाकमान इसमें बदलाव कर सकते है, लेकिन अगर बदलाव नहीं हुआ तो चंदनकियारी सीट भाजपा के लिए परेशानी पैदा कर सकती है. आजसू के उमाकांत रजक इसे चुपचाप बर्दाश्त करेंगे या फिर वह चुनाव लड़ने का कोई तरीका ढूंढेगे. चर्चा तो बहुत है, कहा जा रहा है कि उमाकांत रजक ने दो टूक कह दिया है कि चंदनकियारी से वह चुनाव लड़ेंगे. परिस्थितियों चाहे जो भी हो. हो सकता है कि पार्टी बदलकर वह चुनाव लडे. चंदनकियारी सीट सुरक्षित सीट है. 2014 में झारखंड विकास मोर्चा के टिकट पर अमर कुमार बाउरी चुनाव जीते थे, लेकिन उसके बाद वह भाजपा में शामिल हो गए.
अमर कुमार बाउरी झाविमो से चुनाव जीत भाजपा के हो गए
बाबूलाल मरांडी कुछ नहीं कर पाए. उस समय बाबूलाल मरांडी झारखंड विकास मोर्चा के सुप्रीमो थे. चुनाव के परिणाम पर नजर दौड़ाया जाए तो 2009 में उमाकांत रजक चंदनकियारी से विधायक बने थे. उन्हें 36,620 वोट मिले थे. जबकि अमर कुमार बाउरी को 33 ,103 वोट प्राप्त हुए थे. 2014 में अमर कुमार बाउरी ने 81,925 वोट लाकर विधायक बने तो उमाकांत रजक को 47,761 वोट प्राप्त हुए थे. 2019 में भाजपा और आजसू का गठबंधन नहीं था. अमर कुमार बाउरी को 67,739 वोट प्राप्त हुए थे, जबकि उमाकांत रजक 58,528 वोट लाकर दूसरे नंबर पर थे. इधर, जयराम महतो की पार्टी की भी नजर चंदनकियारी सीट पर है. देखना दिलचस्प होगा कि आगे-आगे होता है क्या. चर्चा तो तेज है कि अगर चँकियारी सीट भाजपा के कहते में गई तो पाला बदल हो सकता है. फिर तो अमर कुमार बाउरी को सीट निकलने में कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो