धनबाद(DHANBAD): कोल्हान को साधते -साधते भाजपा खुद परिवारवाद के आरोपों से घिर गई है. कोल्हान में झारखंड के चार पूर्व मुख्यमंत्री को खुश करने में भाजपा सवालों में आ गई है. कम से कम झारखंड में परिवारवाद पर हमले से उसे अब परहेज करना होगा. कहा जाने लगा है कि परिवारवाद पर ताबड़तोड़ हमला बोलने वाली भाजपा अब खुद परिवारवाद की पोषक बन गई है. चार- चार पूर्व मुख्यमंत्री को भाजपा ने कोल्हान में संतुष्ट किया है. हालांकि उन्हें भी संतुष्ट करने में भाजपा को कड़ी मिहनत करनी पड़ी. रूठने -मनाने का भी दौर चला. भाजपा पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, रघुवर दास, मधु कोड़ा , चंपाई सोरेन को संतुष्ट करने में ,एक समय उसके दम फूलने लगे थे. लेकिन अंतत भाजपा ने हथियार डालकर ही सही, चारों पूर्व मुख्यमंत्री को खुश कर लिया.
23 नवंबर को सबको अपनी ताकत का पता चल जाएगा
यह अलग बात है कि कोल्हान में भाजपा के खाते में कितनी सीटें आएंगी ,यह तो 23 नवंबर को ही पता चलेगा. घाटशिला से भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन को टिकट दिया है. पोटका से अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा को टिकट मिला है. जमशेदपुर पूर्वी सीट से फिलहाल ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास की बहू पूर्णिमा दास साहू को भाजपा की ओर से टिकट मिला है. वहीं जगन्नाथपुर सीट से पूर्व मुख्यमंत्री मधुकोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा को टिकट दिया गया है. एक चम्पाई सोरेन को छोड़कर कोई भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री चुनावी मैदान में कोल्हान से नहीं है. राजधनवार से बाबूलाल मरांडी जरूर चुनाव लड़ रहे है.
शनिवार को भाजपा ने जारी की थी पहली सूची
शनिवार को भाजपा ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी. इस सूची में बहुत बड़ा कोई फेरबदल नहीं किया गया है. भाजपा अपने पुराने विधायकों पर ही अधिक भरोसा किया है. हरियाणा का पैटर्न तो बिल्कुल झारखंड में लागू नहीं हुआ है. यह अलग बात है कि भाजपा की पहली सूची आते ही दल- बदल भी शुरू हो गया है. झामुमो के खेमे में लोग जा रहे हैं तो कई निर्दलीय चुनाव लड़ने का मन बना चुके है. भाजपा ने अभी 2 सीटों पर उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है. प्रतीक्षा की जा रही है,हालत सामान्य होने की. एक तो धनबाद के टुंडी सीट पर पेंच फंसा हुआ है. संथाल परगना के बरहेट सीट से भी भाजपा ने उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. बरहेट से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चुनाव लड़ते है. फिलहाल वह वहीं से विधायक है. लोकसभा चुनाव के पहले झामुमो छोड़ भाजपा में गई सीता सोरेन को जामताड़ा से उम्मीदवार बनाया गया है. दुमका से पूर्व सांसद सुनील सोरेन उम्मीदवार बने है.
2019 चुनाव में कोल्हान में भाजपा को एक भी सीट नहीं मिली थी
2019 चुनाव में कोल्हान में भाजपा को एक भी सीट नहीं मिली थी. यहां तक की मुख्यमंत्री रहते हुए रघुवर दास जमशेदपुर पूर्वी से सरयू राय के हाथों परास्त हो गए थे. इस बार जमशेदपुर पूर्वी सीट को लेकर भी खूब तनातनी हुई. लेकिन अंतत जदयू को जमशेदपुर पश्चिम सीट देकर सरयू राय को एडजस्ट किया गया. अब जमशेदपुर पश्चिम में सरयू राय और मंत्री बन्ना गुप्ता के बीच चुनावी टक्कर होगी. इस सीट पर लोगों की नजरे टिकी रहेंगी. वैसे कहा तो यह भी जाता है कि चंपाई सोरेन ने अपने बेटे की सीट को पक्की करने के लिए ही झारखंड मुक्ति मोर्चा से नाता तोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे. भाजपा ने उनके बेटे को घाटशिला से टिकट दे दिया है. अब देखना दिलचस्प होगा कि परिवार वाद के आरोपों से घिरी भाजप कोल्हान में कितनी सीट जीत पाती है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो