धनबाद(DHANBAD): राजनीति में ना कोई स्थाई दोस्त होता है और ना कोई परमानेंट दुश्मन. 2024 के झारखंड विधानसभा चुनाव में यह सब कुछ साफ-साफ दिख रहा है. हेमंत सोरेन को हराने वाली डॉक्टर लुईस मरांडी अब हेमंत सोरेन की पार्टी में शामिल हो गई है. वैसे तो इस बार 2024 के विधानसभा चुनाव में भाजपा छोड़कर झामुमो में शामिल होने वाले लोगों की झड़ी लगी हुई है. सत्यानंद झा बाटुल, मिस्त्री सोरेन, लुईस मरांडी, गणेश महली, लक्ष्मण टुडू, वास्को बेसरा, केदार हाजरा भाजपा छोड़कर झामुमो में शामिल हो गए हैं. हालत यह है कि संगठन को मोर्चा संभालना पड़ रहा है. भाजपा डैमेज कंट्रोल के लिए संगठन को मोर्चे पर लगाया है. राष्ट्रीय संगठन महामंत्री भी रांची पहुंच गए हैं. उन्होंने माहौल को पॉजिटिव रखने का निर्देश दिया है.
हिमांता विश्व शर्मा ने झामुमो पर कसा तंज
इधर, भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमांता विश्व शर्मा ने कहा है कि झामुमो की स्थिति ऐसी है कि वह प्रत्याशी घोषित नहीं कर पा रहा है .अगर 5 सालों तक शासन चलाने के बाद भी झारखंड मुक्ति मोर्चा को प्रत्याशी नहीं मिले तो इससे ज्यादा दुर्भाग्य की बात क्या हो सकती है. वह मंगलवार को रांची पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि झामुमो सत्ताधारी दल है, लेकिन उनके पास उम्मीदवार नहीं है. इसलिए हमारी पार्टी से जिनको टिकट नहीं मिला, उन्हें शामिल कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि असम में भाजपा ने कांग्रेस से लाकर किसी को टिकट नहीं दिया. अगर झामुमो को प्रत्याशी की जरूरत थी तो हमें बताते. अगर 5 से 10 प्रत्याशी की जरूरत है तो हम अभी भी भेज देंगे. जो भी हो लेकिन झारखंड के इतिहास में 2024 पहला विधानसभा चुनाव हो रहा है, जिसमें भाजपा छोड़कर बड़ी संख्या में नेता झामुमो में शामिल हो रहे हैं. यह अलग बात है कि झामुमो छोड़कर भी चुनाव के पहले चंपाई सोरेन , लेविन हेंब्रम जैसे लोग भाजपा में गए थे. लेकिन चुनाव के पहले आधा दर्जन से अधिक दमदार नेताओं का भाजपा छोड़कर झामुमो में जाना संगठन को स्थिति संभालने के लिए मजबूर किया है.
टिकट के लिए झामुमो में गए कई लोगों के नाम की अभी घोषणा नहीं हुई
झामुमो ने भी पार्टी में आए लोगों का सम्मान किया है और कुछ को टिकट दे दिया है. डॉक्टर लुईस मरांडी का भाजपा छोड़ना सबको चौंकाया है. यह अलग बात है कि सुनील सोरेन को खुश करने के लिए भाजपा ने दुमका से उन्हें उम्मीदवार बनाया. उसके बाद डॉक्टर लुईस मरांडी ने पार्टी छोड़ने तक का निर्णय ले लिया. यह अलग बात है कि झामुमो ने जो 35 उम्मीदवारों की सूची जारी की है, उसमें डॉक्टर लुईस मरांडी का नाम नहीं है. अभी हाल ही में झारखंड मुक्ति मोर्चा में आए अमित महतो को सिल्ली से उम्मीदवार बनाया गया है. केदार हाजरा को जमुआ से उम्मीदवार बनाया गया है . सारठ से उदय शंकर सिंह उम्मीदवार बने हैं. टिकट के लिए झामुमो में गए कई लोगों के नाम की अभी घोषणा नहीं हुई है. ऐसे में उनको झामुमो कहां एडजस्ट करेगा, यह अपने आप में भी एक बड़ा सवाल है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो