रांची (RANCHI) : विधानसभा चुनाव में झारखंडी अस्मिता का मुद्दा जमकर उठाने वाले जयराम की पार्टी और सुदेश के बीच सिल्ली में सियासी जंग है. ऐसे में दोनों की लड़ाई दिलचस्प होने वाली है, लेकिन इस बीच जेएमएम के पुराने साथी अमित महतो की घर वापसी हुई है चर्चा है कि अमित महतो दोनों की जंग में कही बाजी ना मार लें. अमित महतो पहले भी सुदेश महतो को हरा चुके है. साथ ही इनकी पत्नी भी इस सीट से विधायक रह चुकी है.
अब बात सियासी जंग में करें तो सिल्ली में महतो वोटर सबसे अधिक हैं. इसी सीट से जीत कर सुदेश महतो उप मुख्यमंत्री तक का सफर तय कर चुके है. लेकिन इस बार मुकाबला कड़ा है. पहली बार जयराम महतो की पार्टी JKLM से देवेंद्र महतो चुनाव लड़ रहे है. अगर देखें तो लोकसभा चुनाव में सिल्ली विधानसभा से अच्छा खासा वोट देवेंद्र को मिला था, जो सुदेश के लिए चिंता का विषय बना. इस बार भी विधानसभा चुनाव में इसी सीट पर देवेंद्र है.
देवेंद्र की बात करें तो जयराम महतो के एक सबसे भरोसेमंद सिपाही है. यही वजह है कि देवेंद्र की लड़ाई एक मज़बूत नेता से होने वाली है. देवेंद्र महतो भी इसे चुनौती लेकर कड़ी मेहनत कर रहे है. लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद से ही विभिन्न कार्यक्रम के जरिये जनता के बीच अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहे है.
लेकिन इस बीच अब जेएमएम के पुराने साथी रहे अमित महतो की घर वापसी हुई है. अमित सिल्ली से ही सुदेश महतो को हरा कर विधानसभा पहुंचे थे, इसके बाद फिर उपचुनाव में सीमा महतो ने भी जीत का झंडा बुलंद किया है. हालांकि पिछले चुनाव में हार क सामना करना पड़ा है. बावजूद इसके अमित महतो ने मैदान नहीं छोड़ा, अब वापस से जेएमएम में आये हैं तो लड़ाई में वापस से बन गए है. अब जेएमएम इन्हें सिल्ली से टिकट दे सकती है. ऐसे में चर्चा है कि कहीं सुदेश और देवेंद्र की लड़ाई में अमित जीत तक ना पहुंच जाए.
रिपोर्ट-समीर