धनबाद(DHANBAD): अब तक अपनी बुद्धि और चतुराई को ही "बाहुबल" मानने वाले झारखंड के कई अधिकारी परेशानी में है. सुबह उठकर पहले मंदिरों में माथा टेकते हैं. फिर भाग्य बाचने वालो की शरण में पहुंचते हैं. कई तो ज्योतिष के बताए गए मंत्र का पहले जाप करते हैं. फिर किसी से मिलते हैं, या कार्यालय के लिए निकलते हैं. ऐसे अधिकारियों की संख्या कम नहीं है. झारखंड के बड़े अधिकारियों पर फिलहाल ईडी नाम की शनि की "साढ़ेसाती" चल रही है.
भ्रष्ट अधिकारी ईडी नाम की "साढ़ेसाती" से बचने का खोज रहे उपाय
ये "साढ़ेसाती" उन्हें परेशान करके रखी हुई है. सूत्रों के अनुसार कोई गरीबों में खिचड़ी बांट रहा है, तो कोई कपड़े दान कर रहा है. तो वहीं कोई दिन के हिसाब से रंग बदल-बदल कर कपड़े पहन रहा है. फिलहाल झारखंड में ज्योतिष-पंडितों पर लक्ष्मी की कृपा बरस रही है. सिर्फ झारखंड ही नहीं, बाहर के नामी-गिरामी ज्योतिषों के दरवाजे पर इन दिनों भीड़ लग रहती है. पिछले एक साल से ईडी की कार्रवाई झारखंड में लगातार हो रही है.जिसके बाद से ही अधिकारियों में बेचैनी है. कब ईडी के यहां से किसे बुलवा आ जा, कब किस अधिकारी से किसी मामले में पूछताछ हो जाए, इसकी फिक्र से अधिकारी दुबले हो रहे हैं. कई अधिकारी तो अपने किये गये घोटाले के संबंध में ईडी के संभावित प्रश्नों के उत्तर की प्रैक्टिस करने में लगे हैं.
झारखंड के और कई अधिकारी ईडी की रडार पर हैं
आईएएस छवि रंजन तो प्रैक्टिस के बाद भी पूछताछ में अटक गये. और आगे फंसते जा रहे हैं. झारखंड के 3 बड़े अधिकारी पर तो कार्रवाई हो चुकी है .जिसमे सबसे ऊपर पूजा सिंघल वीरेंद्र राम और छवि रंजन का नाम शामिल है. सूत्र बताते हैं कि कई अधिकारी अभी भी ईडी की रडार पर हैं. और उनसे पूछताछ हो सकती है. इधर ईडी ने जमीन घोटाले में गिरफ्तार रांची के पूर्व डीसी और निलंबित आईएएस छवि रंजन को रिमांड पर लेकर रविवार से पूछताछ शुरू की है.
छवि रंजन ने प्रेम प्रकाश और अमित अग्रवाल से परिचय से किया इंकार
सूत्रों के अनुसार पूछताछ के दौरान अधिकारियों ने जब छवि रंजन से प्रेम प्रकाश और अमित अग्रवाल से संबंधों के बारे में पूछा, तो छवि रंजन ने दोनों से किसी भी तरह के परिचय और संबंध से इनकार किया. हालांकि जब ईडी के अधिकारियों ने सबूत दिखाएं, तो चुप वो हो गए. अभी छवि रंजन ईडी के 6 दिनों के रिमांड पर है.
खनन घोटाले में फरार दाहू यादव और सुनील यादव के घर की हुई कुर्की जब्ती
ईधर, साहिबगंज में भी 7 मई रविवार के दिन ईडी की बड़ी कार्रवाई हुई. जिसमे 1000 करोड़ के खनन घोटाले में रांची स्थिति ईडी स्पेशल कोर्ट के आदेश पर जिला पुलिस ने फरार दाहू यादव और उसके भाई सुनील यादव के खिलाफ कुर्की जब्ती की कार्रवाई की. दोनों के घर के कमरों में रखे पलंग, पंखा, अलमीरा, फर्नीचर समेत अन्य सामान को जब्त कर लिया गया. वहीं खिड़की दरवाजे भी खोले जाने की सूचना है. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का आरोप है कि प्रेम प्रकाश, पूजा सिंघल और छवि रंजन जैसे कई सरकार के रिकवरी एजेंट के रूप में काम करते थे.
छत्तीसगढ़ शराब घोटाले की आंच झारखंड तक पहुंची
अब जब एक-एक करके एजेंट पकड़े जा रहे हैं, तो सरकार की बोलती बंद है. दारू घोटाला, अवैध पत्थर, बालू, कोयला खनन घोटाला, जमीन घोटाला ,ट्रांसफर घोटाला और ठेका पट्टा घोटाला सभी में हर तरीके से राज्य वासियों को लूटा गया है. उन्होंने कहा है कि बहुत जल्द ही सिंडिकेट के किंगपिन भी जेल के अंदर होंगे. बरहाल छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले की आंच झारखंड में भी पहुंच रही है. देखना होगा कि आगे कौन-कौन लोग इस फेरे में फंसते है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो