धनबाद(DHANBAD): धनबाद में मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली साइबर पुलिस ने जामताड़ा से संचालित एक बहुत बड़े साइबर गिरोह का खुलासा किया है. पुलिस ने इस गिरोह के पास से 21000 से अधिक सिम कार्ड बरामद किए हैं. जिनका इस्तेमाल ठगी के लिए किया जा रहा था. यह सारे सीम दूसरों के नाम पर जारी किए गए हैं. पुलिस को जानकारी मिली है कि गिरोह के लोग अब तक 25 हजार लोगों को अपने जाल में फंसा चुके हैं. बैंक के हेल्पलाइन नंबर पर फोन करने पर भी यह ठगी कर लेते हैं.
एटीएम कार्ड पासबुक और अलग-अलग कंपनियों के कई मोबाइल बरामद
इधर ,पटना पुलिस ने धनबाद झरिया के रहने वाले आनंद मोदक को गिरफ्तार किया है. यह साइबर गैंग का बड़ा सरगना बताया जाता है. यह गिरोह फोटो कॉपी और साइबर कैफे से लोगों का पहचान पत्र खरीद कर करोड़ों रुपए की ठगी करता है. गिरफ्तार शातिर के पास से पुलिस ने दो लाख रुपए बरामद किए है. विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड पासबुक और अलग-अलग कंपनियों के कई मोबाइल बरामद हुए हैं. इसके अलावा बाइक भी बरामद की गई है. पकड़ने के बाद पटना पुलिस ने झरिया पुलिस से उसके नाम पते का सत्यापन किया. सत्यापन के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की. पूछताछ में पटना पुलिस को बताया कि वह एक साइबर फ्रॉड गिरोह का सक्रिय सदस्य है और एटीएम से ठगी का पैसा निकाल कर जा रहा था. उसने यह भी बताया कि आधार कार्ड की फोटो कॉपी ₹100 और पैन कार्ड की फोटो कॉपी साइबर कैफे से ₹200 में खरीदता है. इसके बाद लोगो को केवाईसी खाते में सुधार सहित अन्य जरूरी काम को लेकर झांसा देता था. जब लोगों को शक होता है तो उसे दूर करने के लिए उनका आधार कार्ड और पैन कार्ड का नंबर भी बता देता है. ताकि लोगों को जल्दी यकीन हो जाए. इसके बाद लिंक भेज कर उनके खातों से पैसा निकाल लेता है. जामताड़ा की पाठशाला से निकले साइबर अपराधी देश के हरेक हिस्से में पहुंचकर ठगी का काम कर रहे हैं. लोगों के लिए तो परेशानी है ही पुलिस भी कम परेशान नहीं है. एक गिरोह को खत्म करती है तो दूसरा गिरोह सामने खड़ा हो जाता है.
रिपोर्ट: धनबाद ब्यूरो