जमशेदपुर (JAMSHEDPUR) : झारखंड में अवैध शराब से जुड़े की मामले सामने आए है. बिहार में शराबबंदी है इसी का फायदा उठा कर व्यापक पैमाने पर झारखंड से शराब की तस्करी हो रही है. जिसे लेकर उत्पाद विभाग की अब टीम अलर्ट हो गई है. उत्पाद विभाग ने एक बड़ी करवाई के तहत बड़े पैमाने पर चल रहे शराब भट्टी को ध्वस्त किया है. यह मामला एमजीएम थाना अंतर्गत छोटा बांकी का है. जहां नाला के किनारे चल रहे अवैध महुआ शराब चुलाई शराब भट्टी को पुलिस ने नष्ट कर दिया है. वही स्थापित चुलाई उपकरणों एवं जमीन में गड़े ड्रमों एवं सिंटेक्स टंकियों में रखे गए जावा महुआ को नष्ट किया गया है. यंहा उत्पाद विभाग की टीम ने 7600 किलोग्राम जावा महुआ और 30 लीटर महुआ शराब को जप्त किया है. फिलहाल पुलिस इस मामले में जुड़े तस्करों की तलाश में जुट गई है.
पहले भी आए की मामले
झारखंड में इससे पहले भी आवेध शराब से जुड़े मामले में सामने आए है. आप को बता दें कि पिछले सप्ताह ही टीम ने क्वाली थाना क्षेत्र में छापेमारी कर वंहा से अवैध मिनी अंग्रेजी शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था. जंहा टीम ने संचालक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, उत्पाद विभाग की टीम लगातार छापेमारी कर अवैध शराब के खिलाफ करवाई कर रही है और साफ तौर पर टीम को सफलता भी हाथ लग रही हैं.
कैसे होगा अवैध या नकली कारोबार समाप्त
किसी भी राज्य सरकार के लिए राजस्व संग्रहण में उत्पाद विभाग की भूमिका अहम होती है. लेकिन अवैध या नकली शराब फैक्ट्री के फलने फूलने के कारण इससे राजस्व की हानि भी होती है. एक तरफ विभाग लक्ष्य प्राप्ति के लिए दिन रात मेहनत करती है तो दूसरी तरफ अवैध कारोबारी की चांदी रहती है. इसका कारण कर्मियों का अभाव. सरकार की उदासीनता के कारण स्वीकृत पद और कार्यरत कर्मी की संख्या न के बराबर है. कर्मियों की कमी के कारण ही अवैध और नकली शराब का कारोबार दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है. साथ ही तस्करों का मनोबल भी. नकली शराब के सेवन से मौत भी हो सकती है. ऐसे में जरूरत है सरकार जल्द से जल्द रिक्त पदों पर भर्ती कर इसपर नकेल कसे.