जमशेदपुर (JAMSHEDPUR): बीते 27 मार्च को जमशेदपुर न्यायलय के गेट पर एवं गोलमुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत टिनप्लेट गोलंबर के पास चली गोली चलाने की घटना का उद्भेदन जमशेदपुर पुलिस ने कर दिया है. दोनों मामलों में कुल छह अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
पुलिस द्वारा छह आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
गिरफ्त में आये अपराधियों का नाम विक्की सिंह, अमन कुमार सिंह, राज पासवान, मनीष कुमार, विक्की तिवारी, गोल्डी सिंह हैं, इनके द्वारा ही दोनों गोली चालन कांड को अंजाम दिया गया था, घटना मे प्रयुक्त दो देशी पिस्टल, एक देशी कट्टा, तीन जिन्दा कारतूस एवं पांच मोटर साईकल को पुलिस ने जब्त किया है, पुलिस के मुताबिक एक वर्ष पूर्व हुए मनप्रीत सिंह हत्याकांड मे नविन सिंह एवं उनके साथी के द्वारा गोली मारकर हत्या की गई थी. जिसका बदला लेने को लेकर नविन सिंह पर फायरिंग की गई थी. फिलहाल इस घटना मे संलिप्त तीन और अपराधी फरार हैं जिनकी गिरफ़्तारी हेतु पुलिस लगातार छापेमारी कर रही हैं.
क्या है पूरा मामला
दरअसल 27 मार्च को जमशेदपुर सिविल कोर्ट में दोपहर को गेट नंबर 3 के पास बाइक सवार अपराधियों ने गवाही देने पहुंचे नवीन सिंह उर्फ (प्रवीण) को टारगेट कर दो गोली चलाई गई थी. बताया जा रहा था कि स्कूटी सवार दो अपराधियों कोर्ट परिसर के बाहर पहुंचे और नवीन सिंह नामक युवक पर ताबड़तोड़ गोली चला दी. अपने उपर गोली चलता देख नवीन सिंह ने कोर्ट के अंदर भाग कर किसी तरह अपनी जान बचाई थी. जिससे उसकी जान बच गई. घटना के बाद कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी का महौल बन गया था. मामले की सूचना मिलते ही सीतारामडेरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जांच में जुट गई है. इस संबंध में प्रवीण कुमार के वकील आनंद ने बताया कि मनप्रीत पाल हत्याकांड मामले में प्रवीण कि आज गवाही थी. फिलहाल सीतारामडेरा पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. पुलिस आस-पास लगे सीसीटीवी फउटेज को खंगाल रही है. इस घटना के बाद से ही पुलिस निरंतर जांच कर आरोपियों का पता लगाने में जुटी हुई थी. जिसके बाद आज जमशेदपुर पुलिस को सफलता हाथ लगी है.
आखिर नवीन कुमार पर क्यों चलाई गई गोली
पिछले साल हुई मनप्रीत सिंह की हत्या का नवीन कुमार सिंह गवाह है, नवीन सोमवार को इसी मामले में गवाही देने के लिए कोर्ट पहुंचा था, जहां पहले से ही घात लगाए बाइक सवार अपराधी ने इसपर फायरिंग कर दी. बता दें कि 8 जून 2022 को मनप्रीत पाल सिंह के घर में घुसकर बदमाशों ने मां के सामने ही हत्या कर दी थी. घटना के बाद इस मामले में पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कार्रवाई की. पुलिस ने राहुल सिंह, गौरव और अन्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
रिपोर्ट. रंजीत ओझा