जमशेदपुर(JAMSHEDPUR):जमशेदपुर में बना कोल्हान का इकलौता सबसे बड़ा सरकारी मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल एक बार फिर विवादों से घिर चुका है. यहां मरीज तो मरीज मुर्दे भी लापरवाही का शिकार हो रहे हैं. ताजा मामला आज यानी गुरुवार के दिन का है, जहां दाईगुट्टू निवासी श्याम सिंह नाम के मृत व्यक्ति के शव को अस्पताल के शीतगृह में रखा गया था, जिसे चूहों ने कुतर दिया है.जिनकी बुधवार को मौत हो गयी थी.
दाईगुट्टू के कृष्णा रोड निवासी श्याम सिंह की हुई थी मौत
बताया जाता है कि दाईगुट्टू के कृष्णा रोड निवासी श्याम सिंह किसी प्राइवेट कंपनी में काम करते थे. मंगलवार को किसी हादसे के शिकार हो गए थे. उन्हें एमजीएम अस्पताल लाया गया था. यहां से T M H रेफर कर दिया गया था. टीएमएच में भी इलाज नहीं हुआ. फिर उन्हें रांची रिम्स ले जाया गया.लेकिन रिम्स ने भी भर्ती लेने से इनकार कर दिया. परिजन थक हार कर वापस एमजीएम अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां बुधवार को शयाम सिंह की मौत हो गई. उसके बाद परिजनों ने शव को शीत गृह में रखवा दिया.
चूहों ने शव को कई जगहों पर कुतर दिया था
वहीं आज जब परिजन शव लेने एमजीएम शीत गृह पहुंचे तो शव को देख कर परेशान हो गये, चूहों ने शव को कई जगहों पर कुतर दिया था, जब इस मामले पर अस्पताल के अधीक्षक से बात की गई तो उन्होंने रटा रटाया जवाब दिया, यदि इस तरह की व्यवस्था सरकारी अस्पताल में हो तो यह साबित होता है कि झारखंड में गरीबों का कोई नहीं है.
एमजीएम में मरीज तो छोड़ो अब यहां मुर्दे भी नहीं है सुरक्षित
आपको बताये कि अभी कुछ दिनो पहले ही एमजीएम अस्पताल प्रबंधन की ओर से लगभग 80 कैमरे इसलिए लगाये गए थे कि डॉक्टर और नर्सों की लापरवाही पर नजर रखी जा सके, वहीं इस अस्पताल को प्राइवेट अस्पताल से भी हाईटेक बनाने के बड़े बड़े वादे किये गये थे, लेकिन जिस तरीके से आज एक शव की चूहों ने हालत की है, इसे देखकर लगता है कि ये अस्तपाल कभी सुधर ही नहीं सकता है, क्योंकि यहां मरीजों के साथ तो लापरवाही की जाती थी लेकिन अब शव भी इस अस्पताल में सुरक्षित नहीं है.
रिपोर्ट-रंजीत ओझा