धनबाद (DHANBAD): झारखंड के जमशेदपुर में एनकाउंटर में मारे गए अनुज कनौजिया बहुत कम उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रख चुका था. पट्टीदारों में झगड़ा के बाद एक व्यक्ति की हत्या करने के बाद उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा. फिर आगे ही बढ़ता चला गया. उसने रीना राय से विवाह किया था. अनुज कनौजिया की शादी की कहानी भी फिल्मों की कहानी जैसी है.उसकी पत्नी भी जमशेदपुर से गिरफ्तार हुई और अभी यूपी के जेल में है.बताते है कि कोई लड़का शादी के पहले रीना राय को परेशान कर रहा था. रीना राय ने युवक से छुटकारा पाने के लिए अनुज से मदद मांगी. अनुज ने पहले लड़के को फोन पर समझाया. लेकिन वह नहीं माना. फिर उसने सुधरने के लिए 15 दिन का वक्त दिया .लड़का फिर भी नहीं माना. तो उसकी दुकान पर जाकर गोली मार दी. इसके बाद रीना अनुज को पसंद करने लगी. दूसरे समाज के होने के बावजूद उसने अनुज से शादी कर ली. कहा तो यह भी जाता है कि दोनों की शादी पुलिस कस्टडी में हुई. अनुज कनौजिया के जेल जाने के बाद रीना ही उसका काम देख रही थी.
मार्च 2023 में रीना राय को पुलिस ने जमशेदपुर से ही गिरफ्तार किया था
मार्च 2023 में रीना राय को पुलिस ने जमशेदपुर से ही गिरफ्तार किया था. यूपी से मिली जानकारी के अनुसार अनुज कनौजिया की मौत मुख्तार अंसारी की बरसी के ठीक दूसरे दिन हुई. बीते साल 28 मार्च को बांदा जेल में मुख्तार अंसारी की मौत हुई थी. शुक्रवार को ही मुख्तार अंसारी की बरसी थी. अनुज कनौजिया मुख्तार अंसारी गैंग का एक कुख्यात शूटर था. उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश में 22 से अधिक मामले दर्ज थे. कहा तो यह भी जाता था कि वह दोनों हाथ से पिस्तौल चलाता था और उसका निशान कभी चुकता नहीं था. इस वजह से मुख्तार अंसारी के गैंग में उसकी बड़ी पूछ थी. यह भी एक संयोग है कि अनुज कनौजिया पर इनाम की राशि ढाई लाख होने के बाद एनकाउंटर में वह ढेर हुआ. बताते हैं कि 2020 में उसके ऊपर 50,000 का इनाम था. जिसे दो-तीन दिन पहले ढाई लाख कर दिया गया था.
अनुज कनौजिया के पिता सरकारी टीचर थे, भाइयों में वह छोटा था
अनुज कनौजिया के पिता सरकारी टीचर थे. अनुज तीन भाइयों में सबसे छोटा था. कहा तो यह भी जाता है कि झारखंड के जमशेदपुर में उसके पनाह लेने की भी एक कहानी है. सूत्र बताते हैं कि पत्नी रीना राय के कोई संबंधी जमशेदपुर में रहते थे.वह भी फिलहाल जेल में है. इस वजह से ठिकाना ढूंढने में अनुज कनौजिया को सुविधा हुई और वह झारखंड में डेरा जमा लिया.और यही से गिरोह के लिए काम करना शुरू किया.जमशेदपुर में बैठकर नए-नए लड़कों को गिरोह से जोड़ रहा था. हालांकि पत्नी की गिरफ्तारी के बाद वह इधर-उधर आता जाता रहता था. लेकिन टोह में लगी उत्तर प्रदेश की एसटीएफ को पक्की सूचना मिली कि वह शनिवार की रात जमशेदपुर घर पर आएगा. उसके बाद उत्तर प्रदेश एसटीएफ और झारखंड एटीएस ने घर की घेराबंदी की. उसके बाद अनुज कनौजिया को पकड़ने का प्रयास हुआ. लेकिन उसने फायरिंग करना शुरू कर दिया. पुलिस ने भी पोजीशन लेकर जवाबी कार्रवाई की ,जिसमें वह ढेर हो गया.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो