पलामू(PALAMU): हजरत अली के यौमे पैदाईस का जश्न देश दुनिया में देखने को मिला. हर तरफ कई कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पलामू में भी अशरफी कमेटी के द्वारा छोटी मस्जिद के पास जलसा का आयोजन किया गया. इस्लाम मजहब के चौथे खलीफा मौला मुश्किल कुशा हजरत अली रजिअल्लहो अंहों की यौमे पैदाईश 13 रज्जबउल मुरज्जब के हवाले से इस जलसा का एहतेमाम किया गया है. संचालन गुफरान हाफिज ने किया. जलसा की शुरुआत नातपाक से की गई. हाफिज मेराज, हाजी जसीमुद्दीन कारी, अदनान काशिफ ने एक से बढ़कर एक नात पाक से लोगों को झूमाया.
जलसा में नारे तकबीर अल्लाहू अकबर, नारे रिसालत या रसूल अल्लाह की सदा गूंजती रही। नूरी मस्जिद के इमाम महताब नूरी ने मौला मुश्किल कुशा की ज़िंदगी पर विशेष रूप से प्रकाश डाला. चौक बाजार मस्जिद के खतीब व इमाम हाफिज व कारी मुफ्ती मौलाना जुबैर अख्तर बरकाती ने कहा कि हजरत से आज तक जितने औलिया हुए, तमाम औलिया को बिलायत मिली मौला अली के दर से, और सुबहे कयामत तक जितने औलिया सालहीन पैदा होंगे तमाम वलियो को बिलायत मिलेगी, मौला अली के दर से.
मौके पर मौलाना महताब आलम जियाई, एजाज मौलाना, अशरफी कमेटी के सदर लड्डू राइन, सीटू आलम, नेहाल खान, जीशान खान, ट्रैफिक प्रभारी समाल अहमद, समाजसेवी सैयद नूर मोहम्मद उर्फ तुल्लू व चौक बाजार मस्जिद के सेक्रटरी मुबीन अख्तर, शाहरुख राईन, जफर महबूब, इस्माइल खलीफा, मौज्जा, शाहिद आलम खलीफा, मजहर आलम, अरमान खलीफा अन्य लोग शामिल थे.