धनबाद(DHANBAD):धनबाद जेल में रविवार को कुख्यात गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या के बाद धनबाद और रांची के अधिकारी रेस हो गए हैं. जेल आईजी उमाशंकर सिंह ने धनबाद जेल में बंद 23 बंदियों को अलग-अलग दूसरी जेलों में शिफ्ट करने का आदेश दिया है. इनमें कई शातिर अपराधी शामिल हैं. रविवार की घटना के बाद जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है. जेल में छापेमारी के लिए टीम बनाई गई है, जो औचक छापामारी करेगी.
पोस्टमार्टम होने के बाद अमन सिंह के शव को उनके परिजनों को सौंप दिया गया
इधर ,सोमवार को पोस्टमार्टम होने के बाद अमन सिंह के शव को उनके परिजनों को सौंप दिया गया. रविवार को धनबाद जेल में ही अमन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद तो तहलका मच गया. धनबाद से लेकर रांची और रांची से लेकर यूपी तक धनबाद जेल की घटना की चर्चा हो रही है. सोमवार को जेल आईजी स्वयं पहुंचे. उन्होंने जांच पड़ताल की. सीआईडी आईजी भी धनबाद पहुंचे. धनबाद जेल में शूटआउट की घटना के बाद से दोषियों को चिन्हित किया जा रहा है. कार्रवाई की जा रही है. जेलर को बदल दिया गया है और जो लोग जिम्मेवार लग रहे हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है.
अमन सिंह के पिता ने प्रयागराज के धर्मेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू पर हत्या का आरोप लगाया है
अमन सिंह के पिता उदय भान सिंह ने प्रयागराज के धर्मेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू को अमन की हत्या का जिम्मेदार बताया है .कहा है कि उसी ने साजिश रची है. उनका कहना था कि अमन सिंह का नाम हो रहा था. रिंकू नहीं चाहता था कि उसका नाम हो. वैसे उन्होंने यह भी कहा कि अमन किसी अपराध में शामिल नहीं था. पुलिस ने जेल भेज कर उसे अपराधी बना दिया. जेल में बंद रहने उस पर 25 से 35 मुकदमे कर दिए गए और जेल जैसे सुरक्षित माने जाने वाले स्थान में उनके बेटे की हत्या कर दी गई. प्रशासन को यह बताना चाहिए कि आखिर ऐसा क्यों और कैसे हुआ.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो