बोकारो(BOKARO): टाइगर का पार्थिव शरीर बेरमों पहुंचते ही क्षेत्र में मातम जैसा माहौल बन गया.बेरमों इलाके में जगरनाथ दा अमर रहे नारे गूंज रहे थे. सभी लोग नम आँखों से अपने टाइगर को आखरी बार ठीक से देखने के लिए सुबह से सड़क के किनारे खड़े दिखे.आखरी बार उनका दर्शन कर उन्हे श्रद्धांजलि दिया. जगरनाथ दा की अंतिम यात्रा जिस सड़क से गुजर रही थी,लोगों की आँख नम दिख रही थी.सभी की जबान पर बस एक ही बात थी की आप जगरनाथ दा हमेशा दिल में रहेंगे.टाइगर की अंतिम यात्रा में हजारों गाड़ियों का काफिला शामिल है सैकड़ों लोग पैदल यात्रा में साथ चल रहे है.
अंतिम यात्रा में शामिल बेरोमो के लोगों ने कहा कि आज हामरे अभिभावक चले गए है.लोगों ने कहा कि जब भी कभी आदिवासी मूलवासी की बात उठती थी तो उसमें टाइगर सबसे आगे रहते थे.लेकिन अब वह नहीं रहे.पूरा राज्य उनके निधन से शोक में डूबा है.यही कारण है की उनके अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल है.बेरमों में लोगों ने उन्हे याद कर रो दिया.कई लोगों ने कहा कि पहले राजेश बाबू हमें छोड़ कर गए और अब जगरनाथ दा.इनकी कमी पूरी ज़िंदगी हम सभी लोगों को रहेगी.इस यात्रा में गठबंधन दल के कई विधायक और नेता शामिल है.
बता दे कि जगरनाथ महतो का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव बोकारो जिला के अलारगो गांव में किया जाएगा.उनके अंतिम संस्कार में राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन के अलावा सभी मंत्री और कई नेता शामिल होंगे. जिला प्रशासन ने उनके आवास से लेकर अंतिम संस्कार स्थल तक तैयारी पूरी कर ली है.दोपहर चार बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. उन्हे मुखाअग्नि उनके बेटे राजू के द्वारा दिया जाएगा.
रिपोर्ट: प्रकाश कुमार,बेरमो