धनबाद(DHANBAD) | 20 सूत्री की बैठक के बहाने शनिवार को धनबाद के कांग्रेस नेताओं ने जिला अध्यक्ष को निशाने पर लिया. फिलहाल कांग्रेस नेताओं में जुवानी जंग तेज हो गई है, आधार बना है बंद कांग्रेस कार्यालय. धनबाद में बंद जिला कांग्रेस कार्यालय '2024 के चुनाव के पहले खुलेगा अथवा नहीं, यह तो भविष्य के गर्भ में है लेकिन चुनाव के पहले इस बंद कार्यालय को लेकर ज़िले के कांग्रेसियों में क्रेडिट लेने की होड़ शुरू हो गई है. सब अपने -अपने तरीके से मुद्दे को उछाल रहे है. बंद कार्यालय को सब अपना मंदिर बता रहे है. 2024 का चुनाव सिर पर सवार है, ऐसे में कांग्रेसियों की आपसी लड़ाई पार्टी को कहां पहुंचाएगी,इससे पार्टी को कितना लाभ होगा अथवा हानि होगी , यह आने वाला वक्त ही बता सकता है. जिला कांग्रेस अध्यक्ष संतोष सिंह के खिलाफ कांग्रेस का एक गुट हमलावर हो गया है. यह गुट कह रहा है कि संतोष सिंह को कांग्रेस का इतिहास, भूगोल नहीं मालूम है.
बारह सालो से बंद है कांग्रेस ऑफिस
संतोष सिंह कहते हैं कि जो भी हुआ और हो रहा है कार्यालय खुलवाने के लिए , वह उनके जिला अध्यक्ष बनने के बाद हो रहा है. इस पर भी कांग्रेस नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. कहा है कि 12 सालों से बंद कांग्रेस कार्यालय को खुलवाने के लिए पूर्व मंत्री मन्नान मलिक से लेकर सभी कांग्रेसी लगे हुए है. लगातार प्रदेश से लेकर झारखंड प्रभारी तक से संपर्क किया जा रहा है. भरोसा मिला है कि जल्द कार्यालय खुल जाएगा, हालांकि यह बंद कार्यालय विवाद को पुलिस तक पहुंचा दिया है. चिरकुंडा के कांग्रेस नेता सुरेश चंद्र झा ने जिला अध्यक्ष संतोष सिंह पर गाली गलौज करने की शिकायत को लेकर चिरकुंडा थाना में मामला भी दर्ज कराया है.जिला अध्यक्ष संतोष सिंह ने अभी हाल ही में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एक बैठक में कहा था कि जिला कार्यालय खोलने के जो भी प्रयास शुरू हुए हैं, वह उनके कार्यकाल में ही किए गए है.
पुराने लोग नहीं पचा पा रहे संतोष सिंह की बात
इस बात को पुराने कांग्रेसी पकड़ लिए हैं और अब संतोष सिंह को निशाने पर लेकर बयान बाजी कर रहे है. कांग्रेस नेता मदन महतो, शमशेर आलम का कहना है कि संतोष सिंह को पहले कांग्रेस का इतिहास जान लेना चाहिए, उसके बाद कोई बात कहनी चाहिए. पूर्व मंत्री मन्नान मल्लिक से लेकर ब्रजेन्द्र प्रसाद सिंह सहित अन्य कांग्रेसियों ने कार्यालय खुलवाने के लिए बहुत पहले से प्रयासरत है. अभी भी प्रयास कर रहे हैं बावजूद इस तरह का बयान देना कार्यकर्ताओं के साथ-साथ पार्टी का भी अपमान है.इस सम्बन्ध में जब संतोष सिंह की फ़ोन पर प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की गई तो कहा ,हमें फिलहाल कुछ नहीं कहना है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो