दुमका(DUMKA):लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है.चुनावी मौसम में नेताओं द्वारा दल बादल की घटना आम है.अपनी हसरत पूरी नहीं होते देख नेता एक दल छोड़कर दूसरे दल का दामन थाम लेते हैं. इस समय भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा झामुमो छोड़ बीजेपी का दामन थामने वाली सीता सोरेन की हो रही है.सीता सोरेन सुप्रीमो शिबू सोरेन की बड़ी पुत्रवधू और स्व. दुर्गा सोरेन की पत्नी है. दुमका के जामा से झामुमो के टिकट पर 3 बार चुनाव जीत कर विधायक बनने वाली सीता सोरेन ने एक झटके में तीर धनुष छोड़ कमल की सवारी कर ली.इसका उसे पुरष्कार भी मिला. बीजेपी ने सुनील सोरेन से टिकट वापस लेते हुए सीता सोरेन को दुमका लोक सभा सीट से अपना प्रत्यासी घोषित कर दिया.
बीजेपी का नारा जय श्री राम तो हमलोगों का नारा जय सीता राम: इरफान
बीजेपी जॉइन करने के बाद अभी तक सीता सोरेन का दुमका आगमन नहीं हुआ है, लेकिन उसकी चर्चा हर चौक चौराहे पर हो रही है. सोमवार को जामताड़ा से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी एक केस के सिलसिले में दुमका कोर्ट पहुचे थे. कोर्ट से निकलकर उन्होंने मीडिया से बात की. जब उनसे पूछा गया कि सीता सोरेन के बीजेपी में जाने से इंडिया गठबंधन को कितना नुकसान होगा, तो उन्होंने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का महापर्व कहलाता है. चुनाव के समय नेताओं का आना जाना लगा रहता है. उन्होंने कहा कि इससे नेताओं के चरित्र का पता चलता है कि वे अपनी पार्टी के प्रति कितने वफादार हैं.उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि बीजेपी वालों ने कभी मां सीता का सम्मान नहीं किया.वे जय श्री राम का नारा लगाते हैं जबकि हमलोग जय सीता राम का नारा लगाते हैं.
सीता के दुमका आगमन पर बयानबाजी और तेज होने की संभावना
बीजेपी प्रत्यासी बनाए जाने के बाद सीता सोरेन का अभी तक दुमका आगमन नहीं हुआ है, इसके बाबजूद नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गयी है. सीता सोरेन के दुमका आने पर बयानबाजी और तेज होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.
रिपोर्ट-पंचम झा