रांची(RANCHI): 1250 करोड़ रुपये के अवैध खनन मामले में ईडी की जांच दोबारा तेज हो गई है.इस अवैध खनन के खेल के आखरी छोर तक पहुंचने की कोशिश ईडी की ओर से की जा रही है.हाई कोर्ट से सीबीआई जांच से रोक के इनकार के बाद अब ईडी अवैध खनन के खेल में शामिल दर्जनों लोगों को समन भेजने की तैयारी कर रही है.समन भेज कर रांची के क्षेत्रीय कार्यालय बुला कर सवाल जवाब करेगी.इसमें कई चेहरे ईडी दफ्तर की दौड़ लगाते दिख सकते है.शुरुआती जांच में ही ईडी ने दर्जनों लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.लेकिन अभी कई किरदार बाकी है जिनकी तलाश ईडी कर रही है.
दरअसल शुक्रवार को झारखंड हाई कोर्ट में सीबीआई जांच रोकने वाली याचिका पर सुनवाई हुई थी.जिसमें कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया.जांच जारी रखने का निर्देश दिया गया है.सरकार की ओर से अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने पक्ष रखा था जिसमें बताया कि सरकार के अनुमति के बगैर सीबीआई जांच शुरू किया है.लेकिन यह दावा कोर्ट में टिक नहीं पाया और सरकार को झटका लगा.जो विजय हासदा पहले शिकायत दर्ज कराया बाद में याचिका वापस लेने को आवेदन दे चुका है लेकिन कोर्ट ने इसे भी खारिज किया है.
बता दे कि साहिबगंज में 1250 करोड़ रुपये के अवैध खनन का खुलासा ईडी ने किया था.पहले सीबीआई की एंट्री हुई बाद में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला देख ईडी ने भी ECIR दर्ज कर जांच शुरू कर दिया.इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के साथ कई लोग ईडी की रडार पर आए.जब जांच आगे बढ़ी तो सभी सलाखों के पीछे चले गए.लेकिन जांच अभी बाकी है.
अब तक कि बात करें तो कई चर्चित चेहरे को ईडी गिरफ्तार कर चुकी है.जिसमें तत्कालीन खान सचिव पूजा सिंघल,पूर्व मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा,प्रेम प्रकाश,CA सुमन कुमार समेत कई का नाम शामिल है.इसके अलावा अभी कई अधिकारी और रसूखदार रडार पर है.अब अन्य लोगों की भी मुश्किल बढ़ सकती है.
अवैध खनन के खेल में कई बार साहिबगंज के पूर्व DC रामनिवास यादव,पूर्व मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार से ईडी दफ्तर में पूछताछ हो चुकी है.कई बार संबंधित ठिकानों पर ईडी की दबिश देखी गई.अब फिर से ईडी रामनिवास यादव और पिंटू को समन भेज कर पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी कर रही है.साथ ही अभिषेक श्रीवास्तव उर्फ पिंटू और रामनिवास यादव के मोबाइल फोन को भी जब्त कर डेटा रिकवर कर रही है.जब पूरा डेटा सांमने आएगा तो और भी कई चेहरे बेनकाब होने वाले है.
अवैध खनन के खेल में पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी ईडी पूछताछ कर चुकी है.ईडी ने 2022 में हेमंत सोरेन से लंबी पूछताछ की थी. इस पूछताछ में हेमंत सोरेन से कई सवाल पूछे गए थे.लेकिन हेमन्त सोरेन ने साफ कर दिया था कि इसकी जानकारी उन्हें नहीं है.अवैध रोकने की जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होती है.ईडी कि ओर से पूछा जा रहा था कि इस मामले में आपके विधायक प्रतिनिधि की भूमिका है इसपर भी हेमन्त सोरेन ने साफ किया था कि उन्हें जानकारी नहीं है