दुमका(DUMKA):दुमका जिला के हंसडीहा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 300 करोड़ रुपए की लागत से 100 बेड के मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल का भवन बनाया गया. 3 वर्षों से भवन बनकर तैयार है. लेकिन अभी तक यहाँ स्वास्थ्य सुविधा बहाल नहीं हो पायी है. मंगलवार को देवघर एम्स की टीम ने इस भवन का निरीक्षण किया. जिससे लोगों को उम्मीद जगी है कि अब इसके दिन बहुरने वाले हैं.
एम्स निदेशक के नेतृत्व में अस्पताल भवन का निरीक्षण
देवघर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानी एम्स के निदेशक डॉ सौरभ वाष्णेय के नेतृत्व में टीम ने अस्पताल भवन का निरीक्षण किया. आधुनिक सुविधाओं से लैस इस अस्पताल में एम्स द्वारा ओपीडी चालू करने की तैयारी की जा रही है. टीम ने नवनिर्मित अस्पताल के तीनों फ्लोर का निरीक्षण किया. साथ ही अस्पताल में लगे ऑक्सीजन प्लांट के अलावा ब्लड बैंक भवन में लगाए गए सामान का भी जायजा लिया. टीम में शामिल पदाधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से केंद्र सरकार को प्रपोजल भेजा गया था कि इस अस्पताल का संचालन एम्स द्वारा करें. इस पर केंद्र सरकार और एम्स प्रबंधन की ओर से अपनी सहमति दी गई है. अब राज्य सरकार और एम्स प्रबंधन के बीच एएमयू होना है.
संथाल परगना ही नहीं बिहार के लोगों को भी मिलेगा लाभ
इस बिल्डिंग में अगर एम्स के संचालन पर मुहर लगती है तो यह संथाल परगना के साथ साथ सीमावर्ती बिहार के लोगों के लिए भी राहत की बात होगी. एम्स द्वारा यहाँ ओपीडी के संचालन से देवघर एम्स के ऊपर दबाव कम होगा. मरीज हंसडीहा पहुंचकर एम्स के स्तर का इलाज करा सकेंगे.
बंद पड़े भवन में अजगर का बसेरा
3 वर्षों से बनकर तैयार अस्पताल भवन में अजगर का बसेरा देखा गया दरअसल टीम जब अस्पताल भवन का निरीक्षण कर रही थी. उसी क्रम में उनकी नजर एक अजगर पर पड़ी. जिसे देखकर टीम के सदस्य दंग रह गए. आनन-फानन में जिसकी सूचना वन विभाग को दी गई. अधिकार को इस परिषद से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का निर्देश दिया गया.
ओपीडी सेवा शुरू होने से लोगों को मिलेगी राहत
सचमुच यहां एम्स द्वारा ओपीडी सेवा शुरू होने पर लोगों को काफी राहत होगी. क्योंकि संथाल परगना प्रमंडल के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा बहाल करने के उद्देश्य से दुमका में मेडिकल कॉलेज खोला गया. इसके बाबजूद जो सुविधा मिलनी चाहिए वो नहीं मिल पा रहा है. क्योंकि दुमका का फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल अभी भी कई समस्याओं से जूझ रहा है.
रिपोर्ट: पंचम झा
