टीएनपी डेस्क(TNP DESK) : इजराइल में फंसे भारतीयों को लाने के लिए भारत सरकार ने एक विशेष ऑपरेशन चलाया है. जिसका नाम 'ऑपरेशन अजय' है. इजराइल और हमास के बीच युद्ध की वजह से वहां की स्थिति विस्फोटक हो गई है और बड़ी संख्या में लोग मारे जा रहे हैं. भारतीयों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए भारत सरकार ने विशेष अभियान शुरू किया है. इसके लिए कंट्रोल रूम भी स्थापित किए गए हैं.
बता दें कि इजराइल में भारतीय मूल के 18 हजार लोग फंसे हैं. जिसमें 7 हजार विद्यार्थी हैं. इसी में एक झारखंड की बेटी बिनीता घोष भी है, बिनीता इजराइल में तेल अवीव यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रही हैं. बिनीता रांची की रहनेवाली हैं और वे अपने माता-पिता की इकलौती संतान है. उसकी सलामत वापसी के लिए माता- पिता यहां दुआ कर रहे हैं. वहीं बिनीत ने भी भारतीय दूतावास से संपर्क करके घर वापसी की गुहार लगाई है.
भारत के विदेश विदेश मंत्री ने क्या दिया है संदेश
पिछले शनिवार से इजराइल पर हमास के हमले के बाद से गाजा पट्टी के क्षेत्र में युद्ध जारी है. आतंकी संगठन हमास के द्वारा इजराइल पर अचानक हमले से स्थिति युद्ध की बन गयी. इजराइल ने भी आपरेशन शुरू कर दिया. जवाबी कार्रवाई में बहुत सारे लोग मारे गए हैं. अभी तक 2000 से अधिक लोग मारे गए हैं.दस हजार से अधिक घायल हैं. पीएम मोदी से इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की बात हुई थी. भारतीयों की सुरक्षा का आश्वासन इजराइल ने दिया है.
जानिए क्या हो रहा भारतीय को निकालने के लिए
इजराइल में लगभग 18000 भारतीय रहते हैं. अब उन्हें वहां से निकालने के लिए ऑपरेशन अजय शुरू किया गया है.लगातार बमबारी और राकेट दागे जाने से लोग घबराए हुए हैं. लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रखा गया है. भारत ने विशेष विमान का इंतजाम किया है. इजराइल के तेल अवीव में कंट्रोल रूम बनाया गया है. विदेश मंत्रालय में भी चौबीस घंटे कंट्रोल रूम काम कर रहा है. इन्हें सुरक्षित निकालने के लिए जरूरत के हिसाब से विमान लगाए गए हैं. इससे पहले यानी पिछले साल यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध के दौरान भारत ने आपरेशन गंगा चलाया था.