नई दिल्ली (NEW DELHI) : पड़ोसी देश के प्रति भारत का एप्रोच बहुत सहयोगात्मक रहा है. इस आधार पर भारत हमेशा की भूमिका निभाता रहा है. पाकिस्तान और अब बांग्लादेश का रवैया भारत के प्रति अच्छा नहीं दिख रहा है. बांग्लादेश को बनाने में भारत का बड़ा योगदान रहा है, लेकिन वर्तमान स्थिति में वहां हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है. पाकिस्तान के साथ तो भारत की स्थिति जमाने से खराब रही है बावजूद इसके भारत बहुत अच्छा पड़ोसी देश बने रहने का प्रयास करता है. पड़ोसी देशों के साथ भारत के कूटनीतिक संबंध हमेशा मजबूत बनाने का प्रयास रहा है. म्यांमार को भी भारत सहयोग देने में पीछे नहीं हटता है. वर्तमान समय में भी म्यांमार में भारत हर तरह से मदद कर रहा है.
म्यांमार में क्या सहायता पहुंचा रहा है भारत, जानिए
म्यांमार एक महत्वपूर्ण पड़ोसी देश रहा है. इस देश के साथ भारत ने बहुत अच्छा व्यवहार किया है. यह अलग बात है कि म्यांमार में लोकतांत्रिक मूल्यों की अवहेलना होती रही है. बावजूद इसके भारत हर वक्त सकारात्मक तरीके से सहयोग के लिए तैयार रहता है. फिलहाल म्यांमार में संकट की स्थिति है. वहां के लोगों को राहत प्रदान करने के लिए भारत ने कदम उठाए हैं. भारत ने सहायता के तौर पर म्यांमार को 2200 मेट्रिक टन चावल भेजा है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने क्या कहा जानिए
म्यांमार को खाद्यान्न किसी संकट को दूर करने के लिए भारत ने चावल भेजा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि भारत अपनी 'एक्ट ईस्ट' और 'पड़ोसी प्रथम' नीति के तहत यह सहयोग प्रदान किया है. उन्होंने कहा कि और भी जरूरत पड़ी तो म्यांमार को अलग तरह की सहायता दी जाएगी. उल्लेखनीय है कि भारत पहले से भी म्यांमार को आर्थिक सहायता देता आया है. म्यांमार सैनिक शासन के काले दौर से गुजरता रहा है. यहां मानवाधिकार उल्लंघन के मामले अक्सर आते रहते हैं.