रांची(RANCHI): झारखंड में प्रधानमंत्री के दौरे ने राजनीति में भूचाल ला दिया है. झामुमो कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने हो गई है.एक दूसरे पर शब्दो के बाण छोड़ रहे है.इसी कड़ी में राज्यसभा सांसद आदित्य साहू ने झामुमो कांग्रेस पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि यह लोग मानसिक रूप से दिवालिया हो गए है.साथ ही राज्य सरकार पर बंगलादेशी घुसपैठियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है.
राज्यसभा सांसद आदित्य साहू ने कहा कि लोकप्रिय प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी के झारखंड दौरे से जनता खुश है तो दूसरी ओर झामुमो कांग्रेस हताश है.जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खूंटी के कार्यक्रम में लाखों लोग पहुंच कर उनके भाषण को सुना,रांची में उनके आगमन पर सड़क के दोनों ओर हजारों लोग स्वागत में खड़े थे.देश आजाद होने के बाद कोई पहला प्रधानमंत्री है जो भगवान बिरसा मुंडा की धरती पर पहुंच कर उनके प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया.उनके परिवार के लोगों से मुलाकात कर हाल समाचार जाना है.
आदिम जाति को जन मन योजना के तहत 24 हजार करोड़ रुपये की योजना लाकर उनके कल्याण के बारे में सोचा है.जिससे आदिवासी आगे बढ़े.अब तक देश में आदिवासी को सिर्फ वोट बैंक समझा गया.बात तो सभी करते है लेकिन सिर्फ चुनाव के समय चुनाव खत्म होने के बाद ही उनकी बात भी खत्म हो जाती है.लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो बोलते है वह करते है.
देश के किसान बहाल थे उनके नाम पर राजनीति खूब होती है चुनाव में खुद को।किसान का बेटा बताने लगते है.लेकिन उनकी बदहाली दूर करने की दिशा में कोई काम नहीं हुआ.आदित्य साहू ने कहा कि प्रधानमंत्री झारखंड से 18हजार करोड़ रुपये किसानों को भेजने का काम किया है.किसान खुशहाल है. जल जंगल जमीन की लूट करने वाले लोग प्रधानमंत्री के दौरे के बाद घबराहट में है.उन्हें डर लग रहा है कि जिस तरह से झारखंड वासियों में उनका स्वागत किया यह एक बड़ी चिंता है.राज्य के आंदोलन को लूटने वाले लोग अब प्रधानमंत्री के दौरे पर सवाल खड़ा कर रहे है.राज्य में खनीज संपदाओं को लूटने के लिए दलाल और बिचौलियों को दे रखा है.बालू नहीं निकलने के वजह से प्रधानमंत्री आवास योजना का काम बंद है.
राज्य में बांग्लादेश से घुसपैठ जारी है.सरकार के संरक्षण में राज्य में बंगलादेशी घुसपैठियो को वोटर आईडी और तमाम दस्तावेज बनवाने का काम कर रहे है.यह लोग एक तरफ आदिवासी की बात करते है दूसरे ओर बंगलादेशी घुसपैठियों से राज्य की आदिवासी बेटियों और जमीन को लुटवाने का काम कर रहे है.
रिपोर्ट. समीर हुसैन