रांची(RANCHI): झारखंड में नक्सलवाद एक बड़ी समस्या है. नक्सलवाद के कारण विकास की किरण ग्रामीण इलाकों में नहीं पहुंच पाती थी. लेकिन अब पुलिस ने नक्सलवाद के खात्मे का प्लान तैयार कर कार्रवाई कर रही है. वर्ष 2022 में बूढ़ा पहाड़ और बुलबुल जंगल में अभियान के दौरान नक्सलियों का खात्मा किया.इस अभियान में भारी मात्रा में नक्सलियों का सामना और हथियार भी बरामद किया है. इसके अलावा दर्जनों नक्सलियों को सलाखों के पीछे भेजा.पुलिस की दबिश बढ़ता देख नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष हथियार भी डाल दिया.झारखंड पुलिस CRPF,कोबरा और केन्द्रीय सुरक्षा बालों के साथ लगातार नक्सल विरोधी अभियान चला रही है.
बुलबुल जंगल से नक्सलियों का खात्मा
फरवरी माह में लोहरदगा जिला के बुलबुल जंगल में पुलिस ने नक्सल विरोधी अभियान की शुरुवात किया. बुलबुल जंगल लातेहार और लोहरदगा इलाके में फैला हुआ है. दशकों से नक्सलियों के लिए सेफ जॉन माना जाता था. समय समय पर पुलिस कार्रवाई करती थी. लेकिन पहला बार ऐसा हुआ कि पुलिस ने नक्सलियों के खात्मे तक अभियान को जारी रखा. अभियान के दौरान सुरक्षाबल और नक्सली कई बार आमने सामने आ गए. सुरक्षा बालों ने हर बार नक्सलियों को धूल चटाया. इस अभियान में सुरक्षा बालों ने नक्सलियों के कई बंकर को ध्वस्त भी किया. भारी संख्या में नक्सली सामान बरामद किया. इसमें पुलिस द्वारा लूटी गई इन्सास राइफल भी बरामद किया था. इस अभियान के दौरान दर्जनों माओवादियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इसके अलावा पुलिस की दबिश देख माओवादी सैक सदस्य विमल यादव समेत कई कुख्यात नक्सलियों ने सरेंड़ेर भी किया था.
बूढ़ा पहाड़ पर मिली कामयाबी
इसके अलावा बात बूढ़ा पहाड़ की करें तो इस साल बूढ़ा पहाड़ को भी सुरक्षा बलों ने नक्सल मुक्त कर लिया है. बूढ़ा पहाड़ पर कई दशकों से अभियान चलाया जा रहा था लेकिन सुरक्षा बलों को कामयाबी 2022 में मिली. ऑपरेशन ऑक्टोपस में झारखंड पुलिस और छत्तीसगढ़ पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया. जिसमें बूढ़ा पहाड़ के टॉप पर सुरक्षा बालों ने कब्जा जमा लिया है. इसके अलावा बूढ़ा पहाड़ के बीचों बीच कई बंकर बना लिया है. अब नक्सली बूढ़ा पहाड़ से भाग रहे है.जिसकी तलाश भी पुलिस कर रही है. इसके अलावा सुरक्षा बलों ने खूंटी,गोइलकेरा, चाई बास,पारसनाथ,लोहरदगा,गया बॉर्डर समेत कई स्थानों पर CRPF,COBRA,झारखंड पुलिस के अलावा अन्य केन्द्रीय सुरक्षा बालों के द्वारा कैम्प बना लिया गया है.
1300 नक्सली गिरफ्तार,40 ने किया आत्म समर्पण और 30 को मार गिराया
अभियान IG AV HOMAR ने बताया कि झारखंड पुलिस, CRPF और अन्य केंद्रीय सुरक्षा बल के द्वारा झारखंड में नक्सल विरोधी अभियान लगातार चलाये जा रहे है. इस अभियान में हमें कई सफलता मिली है. 3 वर्षों में 1300 से अधिक उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया, 40 से अधिक माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया और 30 से अधिक नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया है. अब नक्सली कुछ ही क्षेत्र में बचे है जिसे भी खत्म करने का अभियान चलाया जा रहा है.
कई जगहों पर स्थापित हुआ कैम्प
2022 में हमें कई सफलता मिली बूढ़ा पहाड़,चाईबासा,रांची ,खुंटी ,बिहार बॉर्डर गया के अलावा पारसनाथ समेत कई जगहों पर नक्सलियों के खात्मे को लेकर कार्रवाई जारी है. इन जगहों पर कोबरा,CRPF और अन्य सुरक्षा बलों के द्वारा कैम्प बनाया गया है.लगातार पुलिस की ओर से नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने को लेकर झारखंड सरकार की आत्म समर्पण नीति का प्रचार प्रसार किया जा रहा है. जिस इलाके में नक्सली बचे है उन गांव में हम लगातार नक्सलियों के परिजनों से संपर्क कर आत्म समर्पण करा रहे है. इसी का नतीजा है कि 40 से अधिक नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके है. इस साल बूढ़ा पहाड़ में पून्दाग,नावटोली और झारुदेरा जो बूढ़ा पहाड़ के टॉप पर है वहाँ कैम्प बनाया गया. सभी जगह नक्सली का खात्मा हो चुका है. पुलिस के कार्रवाई से नक्सली भाग रहे हैं जिसका पीछा भी किया जा रहा है. इस दौरान कई टॉप नक्सली पुलिस के संपर्क में है वह भी आत्मसमर्पण करने वाले है.