टीएनपी डेस्क(Tnp desk):- झारखंड में बुनियादी से लेकर उच्च शिक्षा को लेकर लगातार काम किए जा रहे हैं. राज्य की हेमंत सरकार भी इस क्षेत्र में ध्यान दिए हुए है. लेकिन, मौजूदा हालात को अगर मापे तो झारखंड में उच्च शिक्षा के लगभग सभी सूचकांकों में निचले स्थान पर काबिज हैं. अगर बात हायर एजुकेशन के सकल नामांकन अनुपात की बात हो या फिर एक लाख की आबादी पर कॉलेजों की उपलब्धता पर हो . झारखंड की हालत उतनी बेहतर नहीं है. इसमे सुधार की सख्त से सख्त गुंजाइश की जरुरत है. साल 2023 खत्म होने के बाद नये साल का इंतजार है. लिहाजा, सभी को कुछ बदलाव की उम्मीदे लगाए बैठे हैं. अगर देखा जाए तो शिक्षा जगत के लिए साल 2024 सौगात लेकर आने वाला है. यहां सात नये यूनिवर्सिटी खुलेंगे , जिससे छात्रों के सामने पढाई के अवसर बढेगे. इतना ही नहीं इसके तहत जहां चार अंगीभूत कॉलेजों को विश्वविद्यालय के रूप में अपग्रेड किया जाएगा . वहीं, तीन नए विश्वविद्यालय भी खोलें जाएंगे
इन कॉलेजों को किया जाएगा अपग्रेड
साल 2024 में देवघर कॉलेज-देवघर, जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज-जमशेदपुर, रांची महिला कॉलेज-रांची औऱ केओ कॉलेज-गुमला को विश्वविद्यालय के रूप में अपग्रेड किया जाएगा. साथ ही गिरिडीह में सर जेसी बोस विश्वविद्यालय की स्थापना किए जाने की योजना है. इधर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय को एडवांस रिसर्च सेंटर ऑफ फिजिकल एंड नेचुरल साइंसेज औऱ विनोबा भावे विश्वविद्यालय को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर साइबर सिक्योरिटी के रूप में विकसित करने की योजना है. राष्ट्रीय शिक्षा नीति शिक्षा नीति के मुताबिक विश्वविद्यालय और एंजीभूत महाविद्यालयों को बहू विषयक संस्थानों में अपग्रेड किया जाना है. इसके साथ ही उनकी बुनियादी ढांचे को स्टेट ऑफ द आर्ट के रूप में विकसित किया जाना है. लिहाजा, ऐसी उम्मीद की जा सकती है कि इस साल इस दिशा में तेजी से कम होगा राष्ट्रीय राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार सकल नामांकन अनुपात को साल 2035 तक 50% करना है.
प्रखंडों में डिग्री महाविद्यालय की स्थापना
प्रदेश में छात्र-छात्राओं के एडमिशन बढ़ाने के लिए चरणबद्ध तरीके से 14 महिला महाविद्यालय, 13 मॉडल महाविद्यालय औऱ 33 डिग्री महाविद्यालयों की स्थापना की जा रही है. इसके अलावा जरुरत के अनुसार प्रखंडों में डिग्री महाविद्यालय की स्थापना भी की जाएगी, ताकि छात्रों को पढ़ाई लिए ज्यादा दूर नहीं जाना पड़े. इधर, रांची विश्वविद्यालय राची, नीलांबर पीतांबर विश्वविद्यालय पलामू, विनोद बिहारी कोयलांचल विश्वविद्यालय, कोल्हन विश्वविद्यालय के नए परिषद का विकास किया जाना है.
तीन नये यूनिवर्सिटी की स्थापना
आने वाले साल में राज्य में जहां चार अंगीभूत कॉलेजों को यूनिवर्सिटी के तौर पर अपग्रेड किया जाएगा. वहीं, तीन नए विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाएगी. इससे छात्रों को फायदा ये होगा कि नए कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की स्थापना से राज्य में जहां सकल नामांकन अनुपात में बढ़ोत्तरी होगी. वही कॉलेजों की उपलब्धता बढ़ेगी.