रांची(RANCHI): झारखंड में 1250 करोड़ रुपये के अवैध खनन मामले में ईडी अपनी जांच को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है. लेकिन इस मामले में सबसे बड़ा रोड़ा साहिबगंज डीसी,विनोद सिंह और अभिषेक श्रीवास्तव बन रहे हैं. समन के बावजूद ईडी दफ्तर आने से परहेज कर रहे हैं. पहले साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव ईडी के समन पर नहीं पहुंचे उसके बाद इसी रास्ते पर कारोबारी विनोद सिंह बढ़े और जब 16 जनवरी यानि आज सीएम हेमंत के प्रेस सलाहकार अभिषेक श्रीवास्तव उर्फ पिंटू भी ईडी के समन पर ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे हैं. सुबह करीब 11 बजे पिंटू के हाजिर होने का समय था. दोपहर के दो बजे तक वह ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे है.
दरअसल तीन जनवरी को रांची, साहिबगंज, हजारीबाग में डीसी रामनिवास यादव, सीएम के प्रेस सलाहकार अभिषेक श्रीवास्तव और विनोद सिंह से जुड़े ठिकानों पर ईडी की दबिश देखी गई थी. इस रेड में साहिबगंज डीसी के कैम्प कार्यालय से कई दस्तावेज,अवैध कारतूस और सात लाख रुपये बरामद किए गए थे. इसके अलावा अभिषेक श्रीवास्तव के रांची स्तिथ ठिकाने से डिजिटल उपकरण,मोबाईल फोन और कई अहम दस्तावेज जब्त कर ईडी के अधिकारी साथ ले गए थे. वहीं आर्किटेक विनोद सिंह के ठिकानों से कई शेल कंपनी के दस्तावेज बरामद हुए थे. इसके बाद ही सभी को समन भेज कर पूछताछ के लिए तलब किया गया है.
बता दे कि यह मामला 1250 करोड़ रुपये के अवैध खनन से जुड़ा हुआ है. साहिबगंज में हुए इस घोटाले की जांच एक वर्ष से अधिक समय से ईडी कर रही है. इस जांच में कई लोगों को सलाखों के पीछे भेज चुकी है. लेकिन अभी भी कई ऐसे लोग है जिनके चेहरे से नकाब उतरना बाकी है. एक एक कर सभी को ईडी बे नकाब करेगी. साफ है कि ईडी की जांच अभी लंबी चलने वाली है. और इस जांच की आंच बहुत दूर तक जाएगी.कई के लिंक सीएम हेमंत से भी जुड़े हुए है.