टीएनपी डेस्क (Tnp desk):- झारखंड में अवैध खनन मामले में अच्छे-अच्छों और नामचीन नामों की नींद उड़ चुकी है. इसे लेकर सीबीआई की टीम साहेबगंज जाकर गहन जांच-पड़ताल की और झोला भर-भर कर कागजात ले गई. अब रांची में कुछ लोगों से पूछताछ के बाद कोर्ट को एक महीने के अंदर जांच रिपोर्ट सौपेंगी. आखिर कागजात में क्या-क्या मिला और आगे इसके जरिए क्या कार्रवाई होगी, इस पर सभी की नजर बनीं हुई है.
साहिबगंज गई थी सीबीआई की टीम
पांच दिन तक सीबीईआई की सात सदस्यीय टीम ने पड़ताल कर सोमवार की रात लौट गई. जांच की जद में ईडी के गवाह और भवानी चौकी के ग्राम प्रधान विजय हांसदा रहे. उनकी संपत्ति का ब्योरा जुटाया गया. इसके साथ ही विजय हांसदा और उनके बेटे मनोज हांसदा के नाम खरीदे गए वहानों व बैंक खातों के बारे में जानकारी ली.
झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक पहुंची सीबीआई
साहिबगंज में हरके चिजों की बारिकी से जांच-पड़ताल केन्द्रीय एजेंसी ने किया. महादेवगंज स्थित झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक पहुंचे और वहां से विजय हांसदा और उनके बेटे मनोज हांसदा, रमेश हांसदा के बैंक खातों का विवरण हासिल किया. इससे पहले जमीन फाटक के पास स्थित शोरुम से भी विजय हांसदा के बेटों के नाम खरीदें गए वाहनों के बारे में जानकारी ली थी. जिरवाबाड़ी ओपी के साथ-साथ मुफस्सिल थाना में उसके खिलाफ दर्ज मामलों की भी जानकारी ली.
पत्थर खदानों के लीज के बारे में जानकारी
जिला खनन पदाधिकारी विभूति कुमार से महादेवगंज में स्थित पत्थर खदानों की लीज के बारे में भी जानकारी ली गई. एससी-एसटी थाने में विजय हांसदा की ओर से दर्ज की गई प्राथमिकी पर आरोपितों से पूछताछ भी हुई. भवानी चौकी के गांववालों से भी सीबीआई ने जानकारी लिया. जिसमे यह बात सामने आई कि, विजय हांसदा ने उनलोगों की जमीन पर जबरन कब्जा कर लिया.
आपको बता दे झारखंड में एक हजार करोड़ से अधिक खनन मामले में पहाड़ों का अवैध उत्खनन व परिवहन को लेकर पहले ईडी जांच कर रही थी. झारखंड हाईकोर्ट के निर्देश के बाद सीबीआई जांच कर रही है.