धनबाद(DHANBAD): कुछ सालों से स्मार्टफोन और सोशल मीडिया बड़ी आबादी के जिंदगी का प्रमुख हिस्सा बन गए है. धीरे-धीरे बैंकिंग से लेकर सोशल लाइफ तक सब कुछ ऑनलाइन होता जा रहा है. ऐसे में धोखेबाज भी अपने काम और ठगी के तरीके को ऑनलाइन कर लिया है. आए दिन किसी न किसी के साथ ऑनलाइन ठगी के मामले सामने आते रहते है. धनबाद में फिलहाल बीएसएनएल मोबाइल नंबर के केवाईसी अपग्रेडेशन के नाम पर साइबर फ्रॉड का खेल खूब चल रहा है. बीएसएनएल की तरह हू -बहु चिट्ठी बनाकर पहले व्हाट्सएप पर भेजा जाता है. फिर ग्राहकों को कॉल किया जाता है. कहा जाता है कि बीएसएनल नंबर का केवाईसी अपडेट करा लें , नहीं तो 24 घंटे के अंदर आपका फोन बंद हो जाएगा. बहुत सारे लोग इसके झांसे में आ भी जाते है. यहां तक की बीएसएनएल के अधिकारियों तक को भी फ्रॉड करने वाले नहीं छोड़ते है.
BSNL के अधिकारी तक को नहीं छोड़ते
उन तक भी यह मैसेज पहुंचा देते है. धनबाद में आज कई बीएसएनएल के उपभोक्ताओं को इस तरह के संदेश भेजकर उन्हें ठगने की कोशिश की गई है. जो होशियार लोग हैं, वह लोग तो एंटरटेन करने के बजाए बीएसएनएल ऑफिस पहुंच गए. बहुत लोगो को यह जानकारी नहीं है कि KYC अपडेट ऑन लाइन करने का कोई प्रावधान नहीं है. एक उपभोक्ता के अनुसार बीएसएनएल के एक अधिकारी भी गुरुवार को स्वीकार किया कि उनके पास भी ऐसे संदेश आए है. उन्होंने इसकी सूचना बड़े अधिकारियों को दे दी है. ठगी करने वाले पहले व्हाट्सएप पर पत्र भेजते हैं, फिर वीडियो कॉल करते हैं और कहते हैं कि हम जैसा कह रहे हैं ,वैसा करते रहिये. आपका केवाईसी अपडेट हो जाएगा. जो लोग इनके झांसे में आ जाएंगे, उनका तो खाता साइबर अपराधी नील कर देंगे. उपभोक्ता ने The News Post को भेजी गई चिठ्ठी भी उपलब्ध कराइ है. और लोगो को सचेत करने का अनुरोध किया है. साइबर अपराधी ठगी के नए-नए तरीके को इस्तेमाल कर लोगों को ठग रहे है. धनबाद के बगल जामताड़ा से निकले साइबर अपराधी देश के हर राज्य में फैल गए है. साइबर अपराध की घटनाओं को ताबड़तोड़ अंजाम दे रहे है. झारखंड का देवघर सबसे बड़ा साइबर फ्रॉड का केंद्र बन गया है. गिरिडीह, बोकारो, धनबाद भी पीछे नहीं है.
फटा फट तरीके बदलते रहते है साइबर अपराधी
आश्चर्य की बात है कि जब साइबर अपराधियों के एक तरीके से लोग वाकिफ हो जाते हैं, तो फटाफट दूसरे तरीके अख्तियार कर लेते है. धनबाद में भी साइबर अपराध की लगातार घटनाएं हो रही है. साइबर अपराधियों की समानांतर व्यवस्था चल रही है. अपराधियों का गैंग, कहीं भी बैठकर कहीं से साइबर अपराध की घटना को अंजाम दे रहे है. धनबाद कोयलांचल में तो हर महीने बाहर के प्रदेशों की पुलिस पहुंचती है और लोगों को पकड़कर ले जाती है. बावजूद साइबर ठगी का धंधा बंद होता है. पुलिस लगातार कोशिश कर रही है, लेकिन साइबर अपराधियों की गतिविधियों पर अंकुश नहीं लग रहा है. यह साइबर अपराधी इतने चतुर है कि ठगी करने का हमेशा कुछ ना कुछ नया हथकंडा अपना लेते है. कभी किसी को कुछ बता कर तो कभी किसी को कुछ कह कर झांसे में लेते हैं और फिर अकाउंट खाली कर देते है.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो