धनबाद(DHANBAD) : झरिया के पूर्व भाजपा विधायक संजीव सिंह को रांची रिम्स ले जाने पर उनके जान को खतरा है. सत्ता के दबाव में इलाज भी सही नहीं किया जा सकता है. दस जुलाई से वह धनबाद के SNMMCH में भर्ती है. पत्नी रागिनी सिंह ने धनबाद जेल सुपरिटेंडेंट को पत्र लिखकर कहा है कि उनके पति संजीव सिंह की हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा है. उनकी हालत दिनों- दिन बिगड़ती जा रही है. उन्हें बेहतर इलाज की जरूरत है. पत्र में यह भी कहा है कि न्यायालय से रिम्स ले जाने की अनुमति ली गई है लेकिन रिम्स में एक तो चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं है, दूसरी सबसे गंभीर बात यह है कि वहां उनके जान को खतरा है.
सूचक जुड़े हुए है सत्ता पक्ष से
उनका कहना है कि जिस आरोप में उनके पति संजीव सिंह जेल में बंद है, उसके सूचक सत्ता पक्ष से जुड़े हुए है. ऐसे में यह आशंका स्वभाविक है कि रिम्स रांची के चिकित्सक सही इलाज नहीं करेंगे. झारखंड सरकार के अधीन वह कार्यरत हैं, इसलिए सत्ता पक्ष के दबाव में समुचित इलाज नहीं करने की पूरी संभावना है. रागिनी सिंह ने संजीव सिंह के इलाज के लिए अगर बाहर नहीं तो धनबाद के 3 अस्पतालों के नाम सुझाया है. उन्होंने आग्रह किया है कि कोर्ट से आदेश लेकर कम से कम खुद के खर्चे पर धनबाद के तीन अस्पतालों में उनका इलाज कराया जाये. . रागिनी सिंह लगातार आरोप लगाती रही है कि सत्ता के दबाव में उनके पति को सही इलाज नहीं मिल रहा है.
धनबाद के SNMMCH में 10 जुलाई से है भर्ती
धनबाद के SNMMCH में 10 जुलाई से वह भर्ती हैं लेकिन उनकी हालत सुधरने के बजाय बिगड़ती जा रही है. वह कुछ ना खा रहे हैं, न पी रहे है. ऐसे में उन्हें बेहतर इलाज की जरूरत है. इसके पहले भी संजीव सिंह को धनबाद के SNMMCH में भर्ती कराया गया था. उस समय भी संजीव सिंह के परिवार वालों ने मांग की थी कि उन्हें बेहतर इलाज की सुविधा दी जाए. ऐसा नहीं किया गया और उन्हें फिर वापस जेल भेज दिया गया. इस बार वह कुर्सी पर बैठे-बैठे गिर गए, उन्हें 10 जुलाई को धनबाद के SNMMCH में भर्ती कराया गया है लेकिन हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा है. पूर्व भाजपा विधायक संजीव सिंह कांग्रेस नेता नीरज सिंह की हत्या में साजिश रचने के आरोप में धनबाद जेल में बंद है. यह हत्या 2017 में की गई थी.
रिपोर्ट -धनबाद ब्यूरो