दुमका (DUMKA) : इंटर स्टेट माइग्रेंट वर्कर्स यूनियन के बैनर तले दुमका के सैकड़ों श्रमिकों ने सोमवार को श्रम अधीक्षक कार्यालय का घेराव किया. कार्यालय के सामने श्रमिक धरना पर बैठे और विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. यूनियन के जिलाध्यक्ष मोहम्मद जाकिर अंसारी का कहना है कि दुमका में कोई उद्योग धंधे नहीं है. रोजगार की तलाश में बरसों से लोग दुमका से पलायन करते हैं. खासकर सीमा सड़क संगठन के अधीन कार्य करने के लिए यहां के लोग 1977 से ही जा रहे हैं. लेकिन 2 वर्ष पूर्व लद्दाख में कुछ ऐसे नियम कानून बनाए गए जिस वजह से अपने से या बिचौलिए के माध्यम से जाने वाले लोगों को वहां रोजगार से वंचित किया जाता है. लद्दाख द्वारा इसकी जानकारी झारखंड सरकार को भी दी गई है और कहा गया है कि एजेंसी चिन्हित कर उसकी सूची लद्दाख को दें.
डीसी को सौंपा मांग पत्र
इसके माध्यम से सीमा सड़क संगठन श्रमिकों को लाकर अपने यहां रोजगार देगी. इस समस्या के समाधान के लिए श्रमिकों ने डीसी से मिलकर मांग पत्र सौंपा था. जिसके बाद 15 जनवरी को समाहरणालय सभागार में डीसी के साथ इनकी बैठक हुई. जिसमें डीसी ने माइग्रेंट वर्कर्स यूनियन का गठन करने का निर्देश दिया. यूनियन गठित कर उसकी सूची डीसी के माध्यम से श्रम अधीक्षक को दिया गया. यूनियन नेता का कहना है कि डीसी ने यथाशीघ्र यूनियन को रजिस्टर्ड करते हुए उसकी सूची लद्दाख भेजने का निर्देश दिया इसके बावजूद श्रम अधीक्षक इस मुद्दे पर उदासीन बने हुए हैं. जिसका खामियाजा श्रमिकों को भुगतना पड़ रहा है.
रिपोर्ट : पंचम झा, दुमका