देवघर (DEOGHAR): देवघर में नए साल के जश्न की तैयारी शुरू हो गई है. इस अवसर पर बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों से लोग देवघर पहुंचते हैं. बिहार से सटे होने के कारण उम्मीद की जा रही है कि शराब और होटल का कारोबार जमकर होगा.
43 हज़ार पेटी शराब की मांग
बिहार का सीमावर्ती जिला होने के कारण देवघर में नए साल के जश्न के अवसर पर शराब की बिक्री जमकर होती है. पिछले दो वित्तीय वर्ष की बात करें तो देवघर में आवागमन करने वालों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है. देवघर तीर्थ नगरी होने के कारण प्रतिदिन हजारों लोगों का आवाजाही लगा रहता है. नए साल के जश्न मनाने के लिए और साल का पहला दिन बाबा बैद्यनाथ का पूजा अर्चना के लिए झारखंड ही नहीं आसपास के राज्यों से लाखों लाख श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है. ऐसे में बिहार में शराब की बिक्री पर रोक लगने से बड़ी संख्या में लोग यहां जश्न मनाने आते हैं. इसके लिए उत्पाद विभाग भी पूरी तैयारी कर ली है. जिला उत्पाद अधीक्षक संजय कुमार के अनुसार दिसंबर में 43 हज़ार पेटी शराब की मांग की गई है.
नई शराब नीति के तहत होगी शराब की बिक्री
वित्तीय वर्ष 21-22 में 126 करोड़ का लक्ष्य के अनुरूप 79.85 करोड़ ही अचीवमेंट हुआ. लेकिन झारखंड सरकार वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए नई शराब नीति के तहत शराब की बिक्री कर रही है. इसके तहत झारखंड स्टेट बेवरेज कारपोरेशन लिमिटेड के माध्यम से खुद शराब बेच रही है. एक निजी कम्पनी द्वारा दुकानों में स्टाफ की बहाली की गई है.
अच्छे खासे राजस्व की प्राप्ति की उम्मीद
देवघर में 90 दुकान संचालित है. इसमें 36 विदेशी, 28 देसी और 26 कम्पोजिट शराब की दुकानें है. इन दुकानों में इस वित्तीय वर्ष में अभी तक 128 करोड़ के लक्ष्य के अनुरूप 83 करोड़ 44 लाख की प्राप्ति हो गई है. अब नए साल के अवसर पर घरेलू खपत में इज़ाफा होने से विभाग को अच्छे राजस्व की प्राप्ति की उम्मीद है. विभाग को उम्मीद है कि नया साल का जश्न सालाना लक्ष्य की प्राप्ति में काफी मददगार साबित हो सकता है.
कंसल्टेंट एजेंसी ज्यादा रकम लेने का डालता है दबाव
जिला में संचालित 90 शराब दुकानों में निर्धारित दर से ज्यादा राशि दुकानदार ले रहे हैं. स्थानीय हो या अन्य जगहों से आने वाले शराब के शौकीनों को 3 से 5 प्रतिशत अधिक राशि का भुगतान करना पड़ता है. कई दुकानदारों ने बताया कि कंसल्टेंट एजेंसी ही अधिक राशि लेने का दवाब बनाती है. शराब के शौकीनों की माने तो ड्राई जोन से आने के बाद यहां जेब ढ़ीली करनी पड़ती है. अधिक कीमत पर लेने के लिए स्थानीय विभाग की कार्यशैली पर भी लोग दबी जुबान से बात करते हैं. इधर देवघर के उत्पाद अधीक्षक संजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि शिकायत मिलने पर कार्यवाई भी की जा रही है. उत्पाद अधीक्षक की बात से ही पता चलता है कि देवघर में ऊँची दर पर शराब की बिक्री की जा रही है.
होटलों की संख्या में इजाफा
नए साल के अवसर पर बड़ी संख्या में दूसरे राज्यों से लोग यहाँ पहुंचते हैं. देवघर में प्रतिदिन होटलों की संख्या में वृद्धि हो रही है.अभी 125 के करीब होटल यहां संचालित हो रहा है.आलम ये है कि अभी से ही ये सभी होटल लगभग बुक हो चुके हैं. होटल व्यवसायियों द्वारा भी बाहर से आने वाले अतिथियों के स्वागत की अच्छी तैयारी की गई है.
भीड़ से आर्थिक लाभ की उम्मीद
जो भी हो होटल व्यवसाय हो या आबकारी विभाग सभी के लिए नए साल के अवसर पर जुटने वाली भीड़ उनके लिए संजीवनी साबित होता है. अब देखना होगा कि कितना का व्यवसाय इस अवसर पर होगा.
रिपोर्ट : रितुराज सिन्हा, देवघर