देवघर (DEOGHAR): देवघर में इन दिनों पेयजल की घोर समस्या हो गई है. भूगर्भीय जलस्तर दिन प्रतिदिन नीचे जा रहा है. शहरी क्षेत्रों में पानी की किल्लत का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि लोग दिन भर मोटर चलाते हैं तब जाकर उनके पानी का टंकी भरता है. वहीं जिस जगह पानी टंकी है वहां 24 घंटा से अधिक समय लगता हैं पानी टंकी को भरने में. पानी की समस्या को देखते हुए टैंकर के माध्यम से अब कई इलाकों में निगम द्वारा जल आपूर्ति की जा रही है.
मुख्य जलापूर्ति का श्रोत डढ़वा नदी बना मरुस्थल
देवघर में सूर्य देव की कृपा का असर पेयजल की समस्या के रुप मे सामने आने लगा है. नदियों में अभी से सूखने और भूगर्भीय जलस्तर के तेजी से नीचे खिसकने की वजह से शहरी क्षेत्रों में पेयजल के लिए हाहाकार की स्थिति बन गयी है. देवघर का लाइफ लाइन कहीं जाने वाली डढ़वा नदी पेयजलापूर्ति का मुख्य श्रोत है. लेकिन इस वर्ष भीषण गर्मी पड़ने से यह नदी अब मरुस्थल के रूप में दिखाई दे रही है. नदी में एक बूंद पानी नही रहने के कारण बमुश्किल पानी की आपूर्ति निगम द्वारा पाइप लाइन के जरिये इलाकों में पानी की आपूर्ति की जा रही है.
निगम को अब पुनासी जलाशय का इंतजार
देवघर शहरी क्षेत्र में पानी की समस्या का स्थायी समाधान के लिए नगर विकास विभाग द्वारा 287 करोड़ की एक मत्वाकांक्षी योजना स्वीकृत की गई है. योजना के तहत पुनासी डैम से पाइपलाइन के जरिये पानी शहर के 50 हज़ार से अधिक घरों तक पहुंचाया जाएगा. एक निजी कंपनी को इसका जिम्मा सौंपा गया है. इस कार्यकारी एजेंसी द्वारा इस पर तेजी से काम किया जा रहा है. योजना के तहत पुनासी डैम से पाइपलाइन के जरिये पानी अंधरीगादर में लगे वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में लाया जाएगा और वहां से पानी शहर के सभी घरों तक पहुंचाया जाएगा.
अगले साल से शहर वासी लेंगे योजना का लाभ
देवघर नगर निगम के प्रशासक शैलेंद्र कुमार लाल ने बताया कि निगम क्षेत्र में योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने का काम तेज़ी से किया जा रहा है. 36 वार्ड में से कई वार्ड में पाइप लाइन बिछाने का काम पूर्ण हो गया है. अब बस कनेक्शन देना बाकी है.बाकी वार्डो में भी एजेंसी द्वारा जल्द ही पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा कर लिया जाएगा. उम्मीद की जा रही है कि इस योजना का लाभ शहर वासी अगले साल से लेने लगेंगे.
वहीं नगर आयुक्त सह प्रशासक ने बताया कि शहरी क्षेत्र में आगामी 2050 तक की आवश्यकता को देखते हुए यह योजना बनाई गई है. जब तक यह योजना चालू नही हो जाती तब तक पानी की समस्या बरकरार रहेगी. इनके द्वारा भी अब मानसून में अच्छी बारिश होने की कामना की जा रही है.
पानी की समस्या प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती
प्रत्येक वर्ष गर्मी शुरू होते ही देवघर में पानी की समस्या प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होती है. पिछले वर्ष कम बारिश के कारन इस वर्ष यह समस्या और भी विकराल होने लगी है. देवघर की शहरी जलापूर्ति योजना मुख्य रूप से नदियों पर आश्रित है. डढ़वा नदी के सुख जाने से नगर निगम की परेशानी और बढ़ा दी है.
रिपोर्ट. रितुराज सिन्हा