रांची (RANCHI) : सिर्फ 4 महीना पुराने मंईयां सम्मान योजना ने झारखंड की राजनीति का पासा ही पलट कर रख दिया. अगस्त 2024 में मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत हुई थी. 23 नवंबर को झारखंड विधानसभा का रिजल्ट सामने आया, और अब प्रचंड बहुमत के साथ वापसी हुई है. यहां यह कहना गलत नहीं होगा कि झारखंड में महिलाओं ने हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाले गठबंधन को प्रचंड जीत दिलाई है. हेमंत सरकार की 'मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना' ने चुनाव में अहम भूमिका निभाई. इसके साथ ही 41 लाख से ज़्यादा लोगों को मुफ़्त बिजली देने की योजना भी जीत की बड़ी वजह बनी.
महिलाओं ने हेमंत सोरेन सरकार की वापसी का समर्थन किया
दरअसल झारखंड विधानसभा चुनाव में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और उनका समर्थन हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाले गठबंधन को मिला. इस जीत के साथ हेमंत सोरेन एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं. चुनाव में 'मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना' गठबंधन के लिए संजीवनी साबित हुई. इस योजना के तहत महिलाओं को हर महीने आर्थिक मदद मिलती है. इससे जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन के पक्ष में माहौल बना.
यह योजना इतनी कारगर साबित हुई कि इसने भाजपा को बहुत पीछे छोड़ दिया. चुनाव में भाजपा ने 'गोगो दीदी योजना' के तहत महिलाओं को 2100 रुपए प्रतिमाह देने का वादा भी किया था. लेकिन यह योजना उतनी लोकप्रिय नहीं हो सकी. 'मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना' के कारण ही गठबंधन को इतनी बड़ी जीत मिली.
मुख्यमंत्री ऊर्जा खुशहाली योजना
हेमंत सोरेन की वापसी का एक और बड़ा कारण 'मुख्यमंत्री ऊर्जा खुशहाली योजना' रही. इस योजना के तहत 41 लाख से ज़्यादा लोगों के बिजली बिल माफ़ किए गए. इसके लिए कैंप लगाकर लोगों को प्रमाण पत्र दिए गए. बिजली विभाग ने लोगों को उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मैसेज भी भेजे.
जुलाई से शुरू हुई इस योजना का लाभ राज्य के करीब 46 लाख बिजली उपभोक्ताओं में से 41 लाख से ज़्यादा लोगों ने उठाया. आपको बता दें कि 200 यूनिट तक बिजली की खपत करने वाले घरों को एनर्जी चार्ज, फिक्स चार्ज और इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी नहीं देनी पड़ती. इस योजना से लोगों को काफी राहत मिली और इसका सीधा फ़ायदा महागठबंधन को मिला.
मंईयां सम्मान योजना के तहत दिसंबर से मिलेंगे 2500 रुपये
हेमंत सरकार पहले ही घोषणा कर चुकी है कि दिसंबर से मंईयां सम्मान योजना के तहत मिलने वाली राशि को बढ़ाकर 2500 रुपये कर दिया गया है. इस योजना का लाभ 18 से 50 साल की महिलाएं उठा सकती हैं. इस योजना की पांचवीं किस्त दिसंबर में महिलाओं के खातों में जमा कर दी जाएगी.