रांची : झारखंड में पीएम मोदी की जनसभा के बाद सियासी तपिश बढ़ गई है. प्रत्याशी से लेकर नेता और कार्यकर्ता तक मतदाताओं को रिझाने में जुट गए हैं. झारखंड में चुनाव 13 मई को है. मतदाता अपने पसंद के प्रत्याशियों को वोट करेंगे. इस बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश सिंह राज्य के 14 लोकसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे. वे राजपूत समाज के मतदाताओं को एनडीए के पक्ष में वोट करने की अपील करेंगे. दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे मे तीन लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव जनसभा को संबोधित किया था. जिसमें चाईबासा, सिसई और पलामू शामिल है. पलामू में भाजपा प्रत्याशी बीडी राम के पक्ष में पीएम मोदी ने जनसभा की थी. इस दौरान मंच पर उनके साथ हुसैनाबाद विधायक सह एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष कमलेश सिंह भी मौजूद रहे.
कमलेश सिंह कब से लोकसभा क्षेत्रों का करेंगे.दौरा ?
मंच पर कमलेश सिंह ने हाथ जोड़कर प्रधानमंत्री मोदी का अभिवादन किया. वहीं कार्यक्रम में हुसैनाबाद सहित पलामू जिला से हजारों एनसीपी कार्यकर्ता शामिल हुए. मौके पर बीजेपी विधायक दल के नेता अमर कुमार बाउरी ने कमलेश सिंह को राज्य के सभी लोकसभा सीटों पर दौरा करने का आग्रह किया. उन्होंने भी कहा कि एनडीए को जीत दिलाने के लिए पूरी शक्ति लगा देंगे. उन्होंने पलामू समेत सभी क्षेत्रों में कार्यकर्ताओं को एकजुटता के साथ एनडीए प्रत्याशी को विजयी बनाने का आह्वान किया. कमलेश सिंह ने कहा कि छह मई से वह राज्य के विभिन्न लोकसभा क्षेत्रों का दौरा करेंगे.
बीजेपी ने एक भी सीट पर राजपूत को नहीं दिया टिकट
दरअसल झारखंड के 14 लोकसभा सीटों पर एनडीए के उम्मीदवार ताल ठोक रहे हैं. इन 14 में से 13 सीटों पर बीजेपी के प्रत्याशी है, जबकि एक सीट पर आजसू के उम्मीदवार चंद्रप्रकाश चौधरी एक बार फिर अपनी किस्मत अजमा रहे हैं. इन सभी सीटों पर घोषित उम्मीदवारों की सूची में भाजपा ने एक भी क्षत्रिय समाज के प्रतिनिधि को टिकट नहीं दिया है. जिससे क्षत्रिय समाज में बीजेपी के प्रति काफी नाराजगी देखी जा रही है. राजपूतों में आक्रोश और असंतोष देख बीजेपी के हाथ पांव फूलने लगे हैं. यहीं वजह है कि मोदी के मंच पर मौजूद कमलेश सिंह से राज्य के सभी संसदीय क्षेत्रों में दौरा करने की अपील अमर बाउरी ने की. बीजेपी को ये डर सता रहा है कि क्षत्रिय समाज से एक भी प्रत्याशी न देकर कहीं राजपूत वोटर किसी दूसरे पार्टी के उम्मीदवारों में ना शिफ्ट हो जाए.
झारखंड में कितना है राजपूतों की आबादी
झारखंड में राजपूतों की आबादी की बात करें तो यहां करीब 7 प्रतिशत से ज्यादा आबादी है. जो किसी भी प्रत्याशियों की जीत हार में अहम भूमिका निभाते हैं. चुनाव में क्षत्रिय समाज को नजरअंदाज करना किसी भी पार्टियों को काफी नुकसान हो सकता है. भाजपा ने उम्मीदवार नहीं देकर समाज से नाराजगी मोल ले लिया है. हैरान करने वाली बात ये है कि धनबाद से तीन बार के सांसद पीएन सिंह और चतरा से दो बार के सांसद सुनील सिंह का ना सिर्फ बीजेपी ने टिकट काटा है बल्कि इन दोनों सीट से क्षत्रि समाज के प्रतिनिधित्व पर विराम लगा दिया है. धनबाद से बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो को मौका दिया गया है, वहीं चतरा से भूमिहार जाति से नाता रखने वाले कालीचरण सिंह को उतारा है. जबकि कांग्रेस ने राजपूत प्रत्याशी को टिकट दिया है. पार्टी ने धनबाद सीट से अनुपमा सिंह को उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी ने इसी डर की वजह से कमलेश सिंह को सभी क्षेत्रों में दौरा करने की अपील की है. देखना होगा कमलेश सिंह के दौरे से क्षत्रिय समाज कितना गोलबंद होते हैं या इनकी नाराजगी का खामियाजा भाजपा को कहीं उठाना ना पड़े. क्योंकि चुनाव में जातीय समीकरण भी बहुत ही मायने रखता है.