रांची(RANCHI): झारखंड की पूर्व खनन सचिव आईएएस पूजा सिंघल से शुरू हुई ईडी की जांच अब सीधे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक पहुंच गई. ईडी ने हेमंत सोरेन से पूछताछ के लिए समन भेजा है. सीएम हेमंत सोरेन को अब ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में पेश होना है. राज्य के बड़े-बड़े अधिकारी और रसुखदारों से पूछताछ करने के बाद अब ईडी की जांच सीएम तक पहुंची है. ईडी ने भले ही सीएम से पूछताछ के लिए अभी समन भेजा हो, मगर ईडी की रडार पर सीएम उसी दिन आ गए थे, जब ईडी ने सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा से पूछताछ करनी शूरू की थी. पूछताछ के बाद ईडी ने पंकज मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया था. इसके साथ ही ईडी ने सीएम के करीबी माने जाने वाले रवि केजरीवाल, अमित अग्रवाल, सोरेन परिवार के CA जय शंकर जयपुरियार, सीएम के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद और प्रेम प्रकाश से भी पूछताछ की, जिसमें ईडी को कई सुराग मिले थे. ऐसे में हम वो महत्वपूर्ण कड़ी बताने वाले हैं, जिससे सीएम हेमंत सोरेन सीधे ईडी की रडार पर आ गए.
सीएम के विधायक प्रतिनिधि की गिरफ़्तारी
पंकज मिश्रा को सीएम के विधायक प्रतिनिधि के साथ ही सीएम का बेहद करीबी भी माना जाता है. 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में पंकज मिश्रा मुख्य आरोपी है, ईडी को अपनी जांच में पंकज मिश्रा के पास से सीएम हेमंत सोरेन के नाम का पासबुक और चेकबुक भी बरामद हुआ था. तभी से ईडी की नजर सीएम हेमंत सोरेन पर आ गई थी. पंकज मिश्रा से पूछताछ के बाद ही ईडी ने सीएम के प्रेस सलाहकार अभिषके प्रसाद को भी पूछताछ के लिए तलब किया था और लंबी पूछताछ की थी.
खनन सचिव आईएएस पूजा सिंघल की गिरफ़्तारी
पंकज मिश्रा के साथ ही आईएएस पूजा सिंघल भी सीएम के ईडी रडार पर आने के पीछे की बड़ी वजह हैं. ईडी की जांच भले ही मनरेगा घोटाले से हुई थी. लेकिन आईएएस पूजा सिंघल की जांच करते ईडी खनन घोटाले तक पहुंच गई. खनन सचिव आईएएस पूजा सिंघल ही थी और सीएम की मर्जी के बिना वह खनन सचिव नहीं बन सकती थी. ऐसे में बताया गया था कि आईएएस पूजा सिंघल से पूछताछ और जांच के बाद ईडी को कई सुराग मिले हैं.
सीएम के करीबी अमित अग्रवाल से पूछताछ
पंकज मिश्रा के बाद ईडी ने अमित अग्रवाल से पूछताछ की. अमित अग्रवाल भी सीएम का करीबी माना जाता है और ये भी बताया जाता है कि अमित अग्रवाल और सीएम आवास के बीच पैसों का काफी लेन-देन था और अफसरों की ट्रांसफर-पोस्टिंग में भी अमित अग्रवाल का बड़ा हाथ होता था. खनन लीज मामले में सीएम के खिलाफ केस लड़ रहे वकील राजीव कुमार से पैसे बरामदगी मामले में भी अमित अग्रवाल का नाम सामने आया है.
सीएम की सुरक्षा के घर में तैनात जवानों का हथियार प्रेम प्रकाश के घर से बरामद
इन सभी नामों के साथ ही प्रेम प्रकाश का भी नाम सीएम हेमंत सोरेन से जोड़ा जाता रहा. जब ईडी ने प्रेम प्रकाश के घर पर छापेमारी की तो वहां से ईडी को दो AK-47 बरामद हुआ था. बाद में पता चला कि ये दोनों बंदूक सीएम की सुरक्षा में लगे जवानों का था. यहां भी ईडी की शक की तलवार सीएम आवास पर गई.
झामुमो के पुराने साथी रवि केजरीवाल से ईडी की पूछताछ
ईडी के रडार पर सीएम के आने के पीछे एक और नाम है और वह नाम है रवि केजरीवाल का. रवि केजरीवाल पुराने दिनों से झामुमो और गुरुजी का काफी करीबी माना जाता है. सीएम से अमित अग्रवाल की पहचान कराने वाला भी रवि केजरीवाल ही है. माना जा रहा है कि ईडी की पूछताछ में रवि केजरीवाल ने बहुत सारे सुराग उगले हैं. बताया जा रहा है कि इन सभी सुरागों का गुना भाग सीएम आवास तक जाता है.
ऐसे में इन सभी मामलों से जुड़े सवाल सीएम से ईडी पूछ सकती है. और इस क्रॉस एग्ज़ामनिशेन में अगर कोई मामला बनता है तो सीएम की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.