रांची(RANCHI): झारखंड में एनडीए को चुनाव में करारी हार मिली है. हार के बाद अब समीक्षा का दौर जारी है. भाजपा प्रदेश कार्यालय में हारे हुए प्रत्याशियों के साथ घंटों सभी बिंदुओं पर चर्चा की गई है. आखिर इतनी पुख्ता तैयारी के बाद चूक कहाँ रह गई. जिसका खामियाजा चुनाव में उठाना पड़ा है. इस बैठक में राष्ट्रीय संगठन महा मंत्री बिएल संतोष के साथ प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत भाजपाई के साथ प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में की गई. इस बैठक के बाद विधानसभा चुनाव प्रभारी के अलावा जिला अध्यक्ष के साथ बैठक होनी है.
इस दौरान देखे तो साफ है कि खुलेजुबान से किसी ने तो हार में भीतरघात की बात नहीं स्वीकार किया है. लेकिन अंदर खाने यह बात सबसे अधिक उठी की संगठन सक्रिय नहीं रहा. कई सीट पर भाजपा के नेताओं के द्वारा पार्टी के खिलाफ काम किया है. जिससे चुनाव में बड़ा झटका मिला है.इस चुनाव में देखा गया था की संगठन पूरी तरह से अंदर खाने भाजपा के खिलाफ काम करने में लगा हुआ था. जिससे नुकसान हुआ. इस बैठक के बाद तीन दिसंबर को दिल्ली में बैठक होनी है. प्रदेश स्तर पर किए गए समीक्षा को केन्द्रीय नेतृत्व के पास रखा जाएगा.
ऐसे में देखे तो संगठन में जहां चूक हुई. जिस विधानसभा में भीतरघात का शिकार प्रत्याशी हुए है.वैसे विधानसभा क्षेत्र में संगठन में फेर बदल भी देखने को मिल सकता है.फिर एक नए कलेवर में भाजपा आने वाले चुनाव की तैयारी करेगी. अगर देखे तो चुनाव में जिस तरह से मुद्दों को उठाया गया. इसे जनता तक पहुंचाने में सफल नहीं हो सकी. खुद प्रधानमंत्री मोदी से लेकर अमित शाह और केन्द्रीय नेताओं ने कमान संभाला था. बावजूद इसके इतनी बड़ी हार का सामना करना पड़ा है।