धनबाद(DHANBAD): धनबाद में कोयला चोरी और अवैध उत्खनन शुक्रवार को फिर चर्चे में रही. मंच से इसे तत्काल प्रभाव से रोकने का आह्वान हुआ. अवसर था इंडियंस माइंस मैनेजर एसोसिएशन और बीसीसीएल की राष्ट्रीय शताब्दी संगोष्ठी का. इस संगोष्ठी में झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस मौजूद थे.
मंच से महामहिम ने कहा कि कोयला राष्ट्रीय संपत्ति है, इस संपत्ति की बर्बादी रोकना सबकी जिम्मेवारी है. कोयला अधिकारियों को आह्वान किया कि कोई काम ऐसा ना करें, जिससे कोयला चोरी में आपकी मिलीभगत की बात सामने आये. राष्ट्र की धरोहर को बचाना सबका काम है. उन्होंने कहा कि खनन पद्धतियों के कारण पर्यावरण को भी नुकसान होता है.
कोशिश हो कि खनन का नकारात्मक प्रभाव नहीं हो
हमें ऐसे तकनीक विकसित करने होंगे, जिसका नकारात्मक असर पर्यावरण पर नहीं पड़े. कोयला कंपनियों की यह जिम्मेदारी है कि अपने सामाजिक दायित्व के लिए CSR के तहत काम करे और समाज का सहयोग करे. महामहिम ने कहा कि कोयला राष्ट्रीय संपत्ति है, राष्ट्र के विकास में इसका उपयोग होना चाहिए. कोयले का अवैध खनन रोकना सब की जिम्मेवारी है. हमें यह प्रयास करना होगा कि अवैध खनन नहीं हो. अवैध खनन रोकने वाले अधिकारी पुरस्कृत होंगे. कार्यक्रम में मौजूद धनबाद के सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने भी अवैध खनन पर जोरदार प्रहार किया. उन्होंने कहा कि कोयलांचल में कोयले का अवैध उत्खनन का इतिहास बन गया है. कोल इंडिया की अनुषंगी इकाइयों में तो ऐसा नहीं होता होगा, जैसा धनबाद के भारत कोकिंग कोल लिमिटेड में हो रहा है.
रिपोर्ट: शांभवी के साथ संतोष
.jpg)