धनबाद(DHANBAD): कोल इंडिया की अनुषंगी इकाई बीसीसीएल मैनेजमेंट ने शनिवार को जब हाईटेक ड्रोन से आउटसोर्सिंग पैच की फोटोग्राफी कराई तो आंखें फटी की फटी रह गई. कहीं सैकड़ों लोग कोयला चोरी कर रहे थे तो कहीं सुरक्षा के नाम पर कुछ भी नहीं था. ऐसे में सुरक्षा ऑडिट का क्या फायदा होगा, यह एक बड़ा सवाल है.
सीएमडी ने दी चेतावनी, हर हाल में पैच की सुरक्षा व्यवस्था ठीक की जाए
वैसे शनिवार को बीसीसीएल मैनेजमेंट ने आउटसोर्सिंग कंपनियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की. इसी बैठक में दो आउटसोर्सिंग पैच की हाईटेक ड्रोन से फोटोग्राफी करा कर संचालकों को दिखाया गया कि यह सब क्या हो रहा है. बीसीसीएल के सीएमडी भी यह देखकर दंग रह गए और चेतावनी दी कि हर हाल में पैच की सुरक्षा व्यवस्था ठीक की जाए. हर पैच की निगरानी ड्रोन से कराई जाए. हर जगह सुरक्षाकर्मी तैनात हो. सीएमडी ने दो टूक शब्दों में कहा कि किसी भी हालत में बाहरी व्यक्ति के खदान में प्रवेश पर रोक लगनी चाहिए. कंपनियां हर हाल में सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करें.
कैमरे ने खोली पोल
कैमरे ने आउटसोर्सिंग कंपनियों के दावे की पोल खोल कर रख दी. कोयला चोरी तो लोग कर ही रहे थे, सुरक्षा के नाम पर कहीं दो तो कहीं पांच सुरक्षाकर्मी थे. वह भी बिना वर्दी के. सीएमडी में अधिकारियों को भी कहा कि कोयला उत्पादन करना ही हमारी जिम्मेवारी नहीं बल्कि उसकी सुरक्षा भी प्राथमिकता सूची में होनी चाहिए. इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. खदानों में चेक पोस्ट और सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएं ,जिसे की सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त की जा सके. खदान में प्रवेश से पहले संबंधित व्यक्ति का आई कार्ड जांच करें. इसके बाद ही प्रवेश की अनुमति दें. अगर कोई व्यक्ति खदान में जबरन या अनाधिकृत प्रवेश करता है तो उसका वीडियो बनाकर शिकायत करें. सीआईएसएफ को भी इसकी सूचना दें, बावजूद बाहरी व्यक्ति प्रवेश करता है तो जी एम सिक्योरिटी व स्थानीय पुलिस की मदद लें.
आउटसोर्सिंग कंपनियों को दिया ये निर्देश
आउटसोर्सिंग कंपनियों को निर्देश दिया गया कि प्रोजेक्ट और कोलियरी क्षेत्र में पर्याप्त सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं. खदान व कोल डंप की सुरक्षा को लेकर जरूरत के मुताबिक सुरक्षा गार्ड की तैनाती की जाए. आउटसोर्सिंग परियोजना में कार्यरत कर्मियों को पहचान पत्र निर्गत किया जाए. आउटसोर्सिंग कंपनी के सुरक्षा गार्ड ड्रेस में रहे. खदान में प्रवेश के पहले चेक पोस्ट बनाए जाएं. पहचान पत्र देखने के बाद ही खदान में किसी को प्रवेश करने दिया जाए. कोई घुसता है तो वीडियो बनाकर f.i.r. कराएं .
बैठक में दावे की जांच के लिए हाईटेक ढंग से कराई गई फोटोग्राफी
आपको बता दें कि पिछले दिनों धनबाद के उपायुक्त ने बीसीसीएल को सुझाव दिया था कि आउटसोर्सिंग कंपनियों की संचालित पैच की सुरक्षा ऑडिट कराई जाए. इसी के बाद बीसीसीएल मैनेजमेंट ने सुरक्षा ऑडिट कराई. उसके बाद शनिवार को उच्चस्तरीय बैठक हुई. बैठक में दावे की जांच के लिए हाईटेक ढंग से फोटोग्राफी कराई गई. उसके बाद सारे मामले सामने आए.
देखना होगा कि शनिवार को आउटसोर्सिंग कंपनियों को मिले कड़े निर्देश के बाद किस हद तक उनका अनुपालन होता है. यह आरोप लगते रहे हैं कि कोयला चोरी में सिर्फ कोयला तस्कर गैंग ही शामिल नहीं है बल्कि बीसीसीएल में संचालित आउटसोर्सिंग कंपनियां भी कहीं न कहीं दोषी हैं. फिलहाल बीसीसीएल में 26 आउटसोर्सिंग पैच में काम चल रहा है.
रिपोर्ट:धनबाद ब्यूरो