धनबाद(DHANBAD) : मुख्यमंत्री की शपथ लेने में भी हेमंत सोरेन अपने पिता शिबू सोरेन से आगे निकल गए है. शिबू सोरेन तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने, तो उनके पुत्र हेमंत सोरेन चार बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने है. जानकारी के अनुसार शिबू सोरेन 2005 में केवल 10 दिन के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री बने थे. फिर 2008 में शिबू सोरेन 6 महीने के लिए मुख्यमंत्री बने. तीसरी बार 30 दिसंबर 2009 से 31 मई 2010 तक शिबू सोरेन मुख्यमंत्री बने. उसके बाद उनके पुत्र हेमंत सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री बने. इनका कार्यकाल भी बहुत बड़ा नहीं रहा. वह केवल 18 महीने तक मुख्यमंत्री रहे. उसके बाद हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड में गठबंधन की सरकार बनी.
हेमंत सोरेन 19 दिसंबर 2019 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. फिर 31 जनवरी 2024 तक मुख्यमंत्री रहे. फिर कथित जमीन घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने जब उन्हें गिरफ्तार किया, तो हेमंत सोरेन ने इस्तीफा दे दिया. उसके बाद उनकी जगह पर चंपाई सोरेन के हाथों में झारखंड की कमान चली गई. जुलाई 2024 में जेल से बाहर आने के बाद 4 जुलाई 2024 को हेमंत सोरेन ने फिर सत्ता की कमान संभाली. नवंबर 2024 में झारखंड विधानसभा के चुनाव में प्रचंड बहुमत के साथ उन्होंने एक बार फिर सरकार का गठन किया.
28 नवंबर 2024 को उन्होंने चौथी बार मुख्यमंत्री की शपथ ली. 2024 में तो झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 34 सीट जीतकर यह बता दिया कि पार्टी की पकड़ झारखंड में और मजबूत हुई है. यह अलग बात है कि इस चुनाव में एनडीए ने भी कड़ी मेहनत की. बाहर के नेता झारखंड में कैंप किए रहे, लेकिन जब परिणाम निकला तो गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिला. उसके बाद हेमंत सोरेन ने चौथी बार मुख्यमंत्री की शपथ ली. रविवार को विधानसभा का सत्र भी शुरू हुआ है, जो बारह दिसंबर तक चलेगा.
रिपोर्ट-धनबाद ब्यूरो